--गिरोह के 05 सदस्य गिरफ्तार, जनसेवा केन्द्र की आड मे चला रहे थे
--ऑनलाइन नौकरी देने का फर्जी कॉल सेन्टर, ऑनलाइन ठगी करने के उपकरण लैपटॉप स्कैनर आदि बरामद
- शाहजहांपुर। पुलिस अधीक्षक के निर्देश में नीरज सिंह प्रभारी निरीक्षक साइबर/सर्विलांस सेल के नेतृत्व में थाना कांट पुलिस टीम ने मुखबिर की सूचना पर कांट थाना क्षेत्र के ग्राम बरेण्डा तिराहे पर स्थित जनसेवा केन्द्र से ऑनलाइन ठगी करने बाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए बृजेश मौर्य, निवासी ग्राम बरैंडा, थाना कांट, नीरज मौर्या निवासी ग्राम धन सिंह नंगला, थाना परौर, मो. रफी निवासी मो. रहमतपुर, गुडडू मौर्या उर्फ ललित किशोर निवासी ग्राम मंथाना थाना मदनापुर, हर्षित कुमार, निवासी ग्राम भमौरा, थाना परौर को ऑनलाइन ठगी करने के उपकरणों सहित गिरफ्तार किया।
आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में बताया की हमारे पास MONSTERINDIA.COM की PAID EMPLOYER PROFILE है। जिसकी हमारे पास लॉगइन आईडी है। हम सभी लोग इस लॉग इन आईडी पर लॉग इन करके लोगो द्वारा नौकरी की तलाश में अपलोड की गयी प्रोफाल्स को लोकेशन, जॉब प्रोफाइल तथा अन्य फिल्टर लगाकर सर्च करके डाउनलोड कर लेते है। जिससे की उनका बायोडाटा नाम, मोबाइल नंबर, ई-मेल इत्यादि हमको प्राप्त हो जाता है। वह लोग एक बार में बहुत सारी प्रोफाइल सेव करके बारी बारी ऑनलाइन नौकरी की तलाश कर रहे लोगो को बारी बारी अलग अलग लोगो को फोन करते है और बताते है की वह NAUKRI.COM से बोल रहे है और आपकी प्रोफाइल एक नामी कंम्पनी के लिये SHORTLIST हो गयी है और उसको अपनी बातो में उलझाकर INTERVIEW लेने के बहाने अन्य नंबरो से फोन करके उनको पूरी चयन प्रक्रिया से गुजारते थे ताकि उसको शक न हो कि उसके साथ धोखाधडी हो रही है। इसके बाद हमारे लैपटॉप और मोबाइल में पहले से सेव विभिन्न नामी कंम्पनियो के नाम से बनाये गये ऑफर लैटर को EDIT करके उनको NAUKRI.COM के नाम से मिलती जुलती ई-मेल आईडी से ई-मेल भेजते थे। इस प्रक्रिया के दौरान वह इन लोगो से रजिस्ट्रेशन, पुलिस वैरीफिकेशन, लैपटॉप सिक्योरिटी तथा सैलरी अकाउंट खोलने के बहाने विभिन्न पेटीएम अकाउंट, गुगल पे अकाउंट, बैंक अकाउंट तथा जन सुविधा केन्द्र के बैंक खाते में ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर करवा लेते है तथा पैसा मिलने के बाद हम लोग बात करने वाले सिम को बंद कर देते है चूंकि हम जन सुविधा केन्द्र भी चलाते है। इसलिये हमारे पास और लोगो का आना जाना लगा रहता है। हमारी दुकान पर आने वाले लोगो को बेवकूफ बनाकर उनका फिंगर प्रींट स्कैन करा लेते है तथा उनके आधार कार्ड स्कैनर की मदद से कॉपी कर लेते है या ग्राहक को भरोसे में लेकर उसका आधार कार्ड अपने पास ही रख लेते है। और उनकी बिना जानकारी के उनकी आईडी पर हम अकसर नये सिम चालू कर लेते है। हमारे पास से जो सिम बरामद हुये है वो ब्लेंक है व जब हम चाहते है तो इन्हे अन्य लोगो की आईडी पर एक्टिव कर लेते है। गिरफ्तारी करने वाली पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक नीरज सिंह साइबर क्राइम सैल, उ.नि. हरेन्द्र प्रताप सिंह थाना कांट, कां अजय चौधरी, साइबर क्राइम सैल, राजुल कुमार, शिवम कुमार, विक्रांत देओल, शहनवाज आलम, शुभम सिंह, सौरभ तेवतिया शामिल रहे।