--गंगा समग्र द्वारा टाउनहॉल स्थिति संघ कार्यालय में गंगा पूजन के साथ मनाया गया
- शाहजहाँपुर। गंगा पूजन के साथ गंगा सप्तमी मनाई गईं। गंगा समग्र ब्रजप्रान्त के प्रांतीय कोषाध्यक्ष राकेश कुमार पांडेय ने गंगा सप्तमी पर्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इस तिथि का माँ गंगा के अवतरण से विशेष सम्बंध है। उन्होंने कहा कि हमारे पुराणों में वर्णित कथाओं के अनुसार राजा भगीरथ ने अपने पूर्वजों के उद्धार के लिए माँ गंगा को पृथ्वी पर लाने के लिए घोर तपस्या की। उनकी तपस्या से माँ गंगा प्रसन्न हुईं और पृथ्वी की ओर चल पड़ी तब उनके तीव्र वेग को भगवान शिव ने अपनी जटाओं से रोक दिया।
तब गंगा को मुक्त करने के लिए भगवान शिव की राजा भगीरथ ने तपस्या की तब भगवान शिव ने माँ गंगा को अपनी जटाओं से एक छोटे स्वरूप में मुक्त किया। उस दिन वैशाख मास की शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि ही थी। जिस कारण माँ गंगा का शिव जटाओं से मुक्ति दिवस को गंगा सप्तमी पर्वके रूप में अनवरत मनाया जाता है। उसके बाद उपस्थित सभी गंगा भक्तों से अपील करते हुए कहा कि कि मां गंगा पृथ्वी पर तब से लेकर आज तक सम्पूर्ण सृष्टि का पोषण करने के साथ अपनी निर्मल धारा में जनजन के पाप धोती आ रही हैं। लेकिन आज माँ गंगा का अस्तित्व हम सबके अविवेकपूर्ण व्यवहार के कारण संकट में है। माँ गंगा को स्वच्छ, निर्मल और अविरल बनाने के लिए आम जन मानस को आगे आने और बचाने के लिए सामुहिक प्रयास की जरूरत है। ये प्रयाश गंगा ही नहीँ अन्य नदियों, पोखरों और तालाबों को भी बचाने के लिए करना होगा यदि गंगा को बचाना है तो हमें अन्य नदियों के लिए भी बचाने केलिए सतत प्रयास करने की जरूरत है। अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में विभाग कार्यवाह रवि मिश्रा ने इस तरह के प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि अब समय विचार का नहीँ करने का है हमारे सभी जलतीर्थ संकट में हैं। हम उनको बचाने का संकल्प लें और पूरे समाज को जगाने और नदियों को बचाने में लग जाएं। आज इस बात की महती आवश्यकता है। यदि इस समय हम नही जागे तो भावी पीढ़ी को को हम क्या देकर जाएंगे, उन्होंने सभी से इस पावन कार्यमें लगने की अपीलकी। संतकुमार मिश्र के संचालन में हुए कार्यक्रम में आनंद मिश्र व अक्षय तिवारी जी का विशेष सहयोग रहा। कार्यक्रम दिनेश दीक्षित, सूर्यमणि पांडेय, ज्ञानेश बाजपेयी, संजय कुमार मेम्बर, सुजीत पाठक, कमल किशोर गुप्ता, रीतेश, मंडन मिश्र, राजीव गुप्ता, अक्षय तिवारी, हिमांशु पाल, सोमेंद्र श्रीवास्तव, अजय कुमार वर्मा, डॉ. आशुतोष आदि उपस्थित रहे।