- अल्लाहगंज-21 जुलाई 2025 अमित बाजपेयी। कस्बे के उप डाकघर में हुए लाखों रुपए के गवन में विभाग के अधिकारियों के जांच के बाद विभाग ने तीन लोगों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज करायी है। रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पुलिस ने भी जांच शुरू कर दी है।
अल्लाहगंज कस्बे में क्षेत्रीय गरीब मजदूर लोगों द्वारा पाई पाई जोड़कर उप डाकघर में जमा की थी। ज्यादातर उपवक्ताओं ने बहन बेटियों की शादी के लिए धनराशि एकत्र करने के लिए उप डाकघर में खाता खुला कर धनराशि जमा की थी। विश्वसनीय सरकारी उप डाकघर में कुछ ऐसे गरीब परिवारों ने धनराशि जमा की थी जो बुजुर्ग थे। उन्हे जो बचत के रूप में धनराशि मिलती थी वह भी जमा कर रहे थे। कुछ लोगों की आईडी पूरी होने पर वह उप डाकघर में धनराशि लेने गए कई बार जाने के बाद भी जब उन्हें धनराशि प्राप्त नहीं हुई जिसकी चर्चाएं तेज होने लगी चर्चाए तेज होने पर उप डाकघर बिल्डिंग स्वामी यह सुन मौके से फरार हो गया यह सुन अन्य उपभोक्ता भी अपनी अपनी जमा धनराशि को चेक कराने उप डाकघर में पहुंचे जहां उन्हें उनके साथ हुई फ्रॉड की जानकारी मिली जिससे सभी उपभोक्ता निराश हो गए। जिसकी जानकारी विभागीय अधिकारियों को दी गई अधिकारी द्वारा जांच टीम गठित की गई जिन्होंने उप डाकघर में आकर गबन हुई धनराशि की जानकारी उपभोक्ताओं से जुटाकर उनके बयान दर्ज किए। तथा अपनी जांच रिपोर्ट को विभागीय अधिकारियों के समक्ष पेश किया। इसके बाद जांच करता अधिकारी अमरपाल पुत्र जगबीर सिंह के द्वारा पुलिस में दी गई तहरीर मैं बताया कि मोहल्ला अधुई अल्लाहगंज निवासी सूरज प्रकाश पुत्र गंगासाहय शुक्ला अल्लाहगंज उप डाकघर में जीडीएस डाक सेवक के पद पर कार्यरत है। सूरज प्रकाश 10 जुलाई 2025 से बिना किसी पूर्व सूचना के उप डाकघर से अनुपस्थित चल रहे हैं ऐसा संज्ञान में आया है कि सूरज प्रकाश जीडीएस डाक सेवक अल्लाहगंज पब्लिक के द्वारा उप डाकघर अल्लाहगंज में धनराशि और पासबुक जमा की गई थी वह भी लेकर उप डाकघर से गायब है। इस संबंध में बहुत से ग्राहकों के शिकायती पत्र प्राप्त हो रहे हैं कि उनके द्वारा खाते में पैसा जमा करने के लिए सूरज प्रकाश को दिए गए थे वह भी उन्होंने खाते में जमा न करके पैसे लेकर भाग गए हैं। उनके नाम से पहले प्रयोग की जा चुकी पासबुकों का पन्ना फाड़कर उनके नाम से फर्जी खाता संख्या कर उन्हें दे दिया गया है। तथा यह भी संज्ञान में आया है कि सूरज प्रकाश ने डाकघर में अपने खाते का क्यू आर लगाकर ग्राहकों का पैसा प्राप्त करता था। ग्राहकों के पैसे उसने अपने पुत्र ऋतिक शुक्ला के खाते में भी जमा करवाए हैं। इस प्रकार उसके पुत्र की भी भूमिका संदिग्ध प्रतीत होती है। ग्राहकों को दी गई फर्जी पासबुकों में डाकघर की मोहर का प्रयोग हुआ है। इसलिए तत्कालीन उप डाकपाल नवीन कुमार आर्य की भी भूमिका को भी संदिग्ध बताया है।
तहरीर मिलने के बाद पुलिस ने मोहल्ला अंधुई अल्लाहगंज निवासी सूरज प्रकाश पुत्र गंगा सहाय शुक्ला ऋतिक शुक्ला पुत्र सूरज प्रकाश व नवीन कुमार आर्य के विरुद्ध भारतीय न्याय संहिता बीएन एस 2023 धारा 318 (4),316(5),388,336(3),340(2) मे मुकदमा पंजीकृत कर जांच शुरू कर दी है।