- फर्रुखाबाद में एक युवक थाने से घर पहुंचा और फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली। मंगलवार सुबह करीब साढ़े 6 बजे घरवालों ने उसे कमरे में फंदे पर लटका देखा। इसके बाद घटना की सूचना पुलिस को दी। इस पर एएसपी डॉ. संजय सिंह पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। युवक ने मरते वक्त जो पैंट पहनी थी, उसी पर उसने सुसाइड नोट लिखा है। इसमें उसने दो सिपाहियों और ससुराल वालों पर प्रताड़ित करने और पैसे वसूलने के आरोप लगाए हैं। मृतक के पिता ने 5 लोगों के खिलाफ नामजद FIR दर्ज कराई है। मामला मऊदरवाजा थाना क्षेत्र का है।
गांव गुतासी में रहने वाला दिलीप कुमार (25) खेती-किसानी करता था। उसकी रसीदपुर गांव की रहने वाली नीरज (23) से 3 साल पहले (2022 में) शादी हुई थी। दोनों की एक 3 महीने की बेटी भी है। सोमवार रात को दिलीप का पत्नी नीरज से किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया।
इस पर नीरज ने थाना मऊदरवाजा की हथियापुर चौकी में पति की शिकायत कर दी। इसके बाद 2 सिपाही यशवंत यादव और महेश उपाध्याय आए। दोनों दिलीप को लेकर चौकी चले गए।
मृतक के पिता राम रहीश ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि बेटे दिलीप का पत्नी नीरज से झगड़ा चल रहा था। बहू ने थाने में शिकायत दी थी। इस पर 14 जुलाई को उसको हथियापुर चौकी ले गए थे। वहां सिपाही यशवंत यादव ने 50 हजार रुपए मांगते हुए कहा कि पैसे दो तो छोड़ दूंगा। इसके बाद सिपाही महेश उपाध्याय ने दिलीप को अंदर ले जाकर बहू के भाई रजनेश राजपूत के कहने पर मारपीट की।
पिता ने बताया कि सिपाही महेश उपाध्याय ने 40 हजार रुपए लेकर दोनों पक्षों में समझौता करवा दिया। इसके बाद दिलीप घर लौटा और रात में उसने फांसी लगा ली। दिलीप ने अपनी पैंट पर पेन से पूरी घटना लिखी है। इसमें बहू के पिता बनवारीलाल, साले राजू, रजनेश राजपूत और दोनों सिपाहियों के नाम शामिल हैं।मरने से पहले दिलीप ने अपनी पैंट पर पेन से सुसाइड नोट लिखा। इसमें हथियापुर चौकी के सिपाही यशवंत यादव और महेश उपाध्याय पर मारपीट और ₹50,000 की मांग करने का आरोप लगाया है। नोट में यह भी लिखा कि सिपाही महेश ने 40 हजार रुपए लेकर समझौता करा दिया था। इस पूरी घटना की जानकारी मिलते ही भाजपा सांसद मुकेश राजपूत के भतीजे राहुल राजपूत भी मौके पर पहुंचे। इसके बाद दिलीप के घरवालों ने शव को काफी देर तक नहीं उठने दिया और हंगामा किया।
5 नामजद के खिलाफ दर्ज कराई FIR, दोनों सिपाही लाइन हाजिर