--केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद का किया भव्य स्वागत, भेंट की गई 51 किलो की माला और स्मृति चिह्न
- शाहजहांपुर। वर्षों पुरानी मांग पूरी होने की दिशा में अग्रसर होते हुए, भगवान श्री परशुराम जी की जन्मस्थली को पर्यटन स्थल घोषित करने और उसका नाम परशुरामपुरी किए जाने के केंद्र को भेजे गए प्रस्ताव की खुशी में आज प्रसाद भवन में ब्राह्मण समाज ने केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद का भव्य स्वागत कर आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम के दौरान संयुक्त ब्राह्मण संगठन के नेतृत्व में उपस्थित सैकड़ों लोगों ने मंत्री जी को 51 किलो की भव्य माला, पटका, फरसा एवं भगवान परशुराम का स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।
पूरे कार्यक्रम में उत्सव जैसा माहौल बना रहा। ब्राह्मण समाज संस्था के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. विजय पाठक ने कहा कि यह कदम ब्राह्मण समाज के लिए गौरव का विषय है और भगवान परशुराम जी के प्रति यह सरकार की श्रद्धा और सम्मान को दर्शाता है। ब्राह्मण चेतना परिषद के प्रदेश अध्यक्ष विश्वदीप अवस्थी ने तीव्र गति से चल रहे सौंदर्यीकरण कार्यों पर संतोष व्यक्त करते हुए मंत्री जी के प्रयासों की सराहना की। पूर्व एमएलसी संजय मिश्रा ने इस प्रस्ताव को ऐतिहासिक बताया और उम्मीद जताई कि सरकार इसे शीघ्र ही मूर्तरूप देगी। ब्लॉक प्रमुख कांट श्री दत्त शुक्ला ने कहा कि परशुराम जन्मस्थली के कायाकल्प से न केवल तीर्थाटन को बढ़ावा मिलेगा बल्कि स्थानीय लोगों को भी रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। इस अवसर पर प्रमुख रूप से ब्राह्मण समाज के जिलाध्यक्ष केशव मिश्रा, केके शुक्ला, महेश मिश्रा, अवधेश दीक्षित, कौशल मिश्रा, हरिशरण बाजपेई, मनुज दीक्षित कुर्रिया, सुशील दीक्षित, चिरंजीव शुक्ला, आलोक मिश्रा, बिरजू मिश्रा, विनय शर्मा सहित जनपद के विभिन्न ब्राह्मण संगठनों के पदाधिकारी और समाज के अन्य प्रभावशाली व्यक्तित्व उपस्थित रहे। समाज के वरिष्ठजनों ने इस ऐतिहासिक पहल पर हर्ष जताया और भगवान परशुराम के आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक धरोहर को विश्वपटल पर स्थापित करने के प्रयासों को अभिनंदनीय बताया। सभा के अंत में सामूहिक रूप से जय परशुराम के उद्घोष के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।