- शाहजहाँपुर। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ (मुनीश मिश्रा गुट) को आज उस समय बड़ा झटका लगा जब जिले के कई प्रमुख पदाधिकारी और 8 ब्लॉक अध्यक्षों ने अपने-अपने साथियों समेत संगठन की सदस्यता से इस्तीफा देते हुए नए नेतृत्व के साथ जुड़ने का ऐलान किया। होटल सभागार में आयोजित एक प्रेस वार्ता में इन सभी ने संगठन में संवैधानिक शून्यता, वित्तीय अनियमितताओं और मनमानीपूर्ण कार्यशैली को लेकर नाराजगी जताते हुए यह कदम उठाया। इस मौके पर जिला अध्यक्ष ऋषिकांत पांडेय ने कहा कि उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ शिक्षकों के संघर्ष और अधिकारों की ऐतिहासिक विरासत वाला संगठन है, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में बनी गुटबाजी और तानाशाही नेतृत्व के कारण यह अपने उद्देश्य से भटक गया है। उन्होंने कहा कि शिक्षक हितों की रक्षा और संगठन के अस्तित्व को बचाने के लिए लोकतांत्रिक परंपराओं की बहाली बेहद आवश्यक है।
!!सदस्यता के नाम पर लाखों की लूट, यह शिक्षक विरोधी मानसिकता : अरुण भदौरिया!!
पूर्व जिला उपाध्यक्ष अरुण भदौरिया ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि मौजूदा नेतृत्व द्वारा सदस्यता शुल्क के नाम पर लाखों रुपये की वसूली की गई, लेकिन इन पैसों का उपयोग शिक्षक हितों की जगह निजी स्वार्थों में किया गया। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग कभी भी शिक्षक हितैषी नहीं हो सकते और यही कारण है कि हम सबने मिलकर संगठन को एक नई दिशा देने का फैसला किया है।
!!सैकड़ों शिक्षकों ने छोड़ा पुराना गुट, ऋषिकांत पांडेय के नेतृत्व को बताया भरोसेमंद!!
प्रेस वार्ता में ब्लॉक खुटार से प्रमोद सिंह, निगोही से विजय प्रताप सिंह, कटरा खुदागंज से अरविंद सिंह चौहान, जैतीपुर से आदेश सिंह तोमर, मदनापुर से धर्मेंद्र प्रताप सिंह, जलालाबाद से राजकुमार सिंह ने अपने-अपने कमेटियों के साथ मुनीश मिश्रा गुट से किनारा कर ऋषिकांत पांडेय के नेतृत्व को समर्थन देने की घोषणा की। इसके अलावा बंडा से शैलेंद्र सिंह चौहान, सिंधौली से सज्जन कुमार, तिलहर से अरविंद वर्मा समेत ददरौल, भावलखेड़ा और मिर्जापुर ब्लॉक के कई जिम्मेदार शिक्षकों ने भी समर्थन जताया। इन सभी ने अगस्त-सितंबर में प्रस्तावित संगठन चुनाव में भाग लेने और संगठन को मजबूत बनाने का संकल्प लिया। प्रेस वार्ता का संचालन जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष रत्नाकर दीक्षित ने किया। इस दौरान वरिष्ठ शिक्षक नेता महेंद्र पाल सिंह चौहान, विनोद सिंह, कौशलेन्द्र भदौरिया, अरविंद सिंह, आदेश सिंह, नितिन मिश्रा, विजय प्रताप सिंह, राजकुमार सिंह, शैलेन्द्र चौहान, धर्मेंद्र प्रताप, सचिन मिश्रा, भुवनेश गुप्ता, सुनील मौर्य, जितेंद्र सिंह, धीरज रस्तोगी, नवनीत तिवारी, दिनेश यादव, धर्मवीर सिंह, जितेंद्र वर्मा, अजित कनौजिया, शैलेन्द्र गौड़, राजीव यादव, नीरज सागर, वबिता श्रीवास्तव, रमति कौर, कमलेश यादव और सैकड़ों शिक्षक मौजूद रहे।