मैं गीत आज फिर गाता हूं।कल पता नही गा पाऊंगा।।
दिल के अरमान सुनाता हूं।
क्या जाने कल खो जाऊंगा।।
जो भी लिखता हूं मैं सुनलो।
है प्यार तुम्हारा ही प्यारों।।
हर सुख दुख में तुमने सब ने मिल।
है साथ दिया मेरे यारों।।
शब्दो के मोती पिरो तुम्हे।
माला मैं एक दे जाऊंगा।।
मैं गीत आज फिर गाता हूं।
कल पता नही गा पाऊंगा।।
मेरे लिखे हर गीतों को ।
तुम सबने बहुत हैं प्यार दिया।।
दिल के कोने में रहने का।
सबने मुझको अधिकार दिया।।
गीतों से कभी हंसा तुमको।
और कभी रुला मै जाऊंगा।।
मैं गीत आज फिर गाता हूं।
कल पता नही गा पाऊंगा।।
हंगामा धामपुरी