--महंगी आवासीय कॉलोनी में मकान किराए पर लेकर गुर्गे करते थे काम
- शाहजहांपुर। 4.41 करोड़ वृद्धावस्था पेंशन घोटाले के मुख्य आरोपी समाज कल्याण अधिकारी राजेश कुमार ने घोटाला करने के लिए पूरा मास्टरमाइंड तरीके से काम किया है। इसके लिए उन्होंने आधा दर्जन गुर्गों की टीम बना रखी थी। जो दलालों से मिलकर सांठगांठ कर पेंशन में हेराफेरी करते थे। समाज कल्याण अधिकारी जब सीतापुर में तैनात थे तो विशाल सक्सेना व सूरज सीतापुर में दलाली का काम करते थे। दोनों ने दलाली करते करते समाज कल्याण अधिकारी से दोस्ती कर ली। दोनो समाज कल्याण अधिकारी से मिलकर बड़ी हेराफेरी करने लगे। जब समाज कल्याण अधिकारी राजेश कुमार का तबादला शाहजहांपुर जनपद में हुआ तो वो अपने साथ विशाल व सूरज के साथ सीतापुर के आधा दर्जन गुर्गे अपने साथ ले आये। यही नही उन्होंने खिरनीबाग में स्थित एक होटल संचालक के वीआईपी कॉलोनी में स्थित मकान किराए पर लेकर गुर्गों को वहां ठहरा दिया। समाज कल्याण अधिकारी राजेश कुमार ने जार्ज लेते ही विशाल व सूरज को कार्यालय का मुख्य कर्ताधर्ता बना दिया गया।
इस बात का कार्यालय के अन्य लिपिकों ने विरोध किया लेकिन अधिकारी के सामने उनकी एक न चली और विशाल समाज कल्याण अधिकारी ने अपने डिजिटल हस्ताक्षर व पासवर्ड आदि विशाल को दे दिए और दोनों समाज कल्याण अधिकारी से मिलकर हेराफेरी करने लगे। वही विशाल व सूरज कार्यालय में आकर काम करते थे वही कुछ गुर्गे कालोनी में रहकर काम करते थे दलाल लोग सीधे कॉलोनी में जाकर गुर्गों से मिलकर सांठगांठ करते थे।
!!सामुहिक विवाह में सीतापुर की फर्म बालाजी ट्रेडर्स को जाती थी सप्लाई!!
मुख्यमंत्री सामुहिक विवाह योजना भी समाज कल्याण कार्यालय से संचालित होती है। हर बर्ष होने बाले सामुहिक विवाह में जरूरत के सामान की सप्लाई सीतापुर जनपद के लहरपुर तहसील के गांव मुदर्शन पते पर बालाजी ट्रेडर्स नाम की फर्म जो अनूप कुमार की है। अधिकतर बिल बालाजी ट्रेडर्स को समान की सप्लाई दी जाती थी।
!!घोटाले के तार सीतापुर तक जुड़े हो सकते है?
समाज कल्याण अधिकारी के साथ गैर तरीके से काम करने बाले एवं सप्लाई फर्म सीतापुर जनपद की सामने आ रही है। कयास लगाए जा रहे है कि वृद्धावस्था पेंशन घोटाले के तार सीतापुर जनपद तक जुड़े है अगर सही से जांच की जाए तो इनके गुर्गों ने समाज कल्याण अधिकारी से मिलकर इस तरह हेराफेरी करके वहां भी पेंशन घोटाला करके पेंशनधारियों के चूना लगाया हो। साभार अनिल मिश्रा