--डॉ. जसमीत साहनी द्वारा लिखी गई रामायण डीक्लासिफाइड पुस्तक
- शाहजहांपुर। दून इंटरनेशनल स्कूल के डायरेक्टर डॉ. जसमीत साहनी की पुस्तक रामायण डीक्लासिफाइड का विमोचन वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना द्वारा किया गया। लेखक डॉ. जसमीत साहनी ने बताया कि इस पुस्तक का लिखा जाना बहुत ज़रूरी था। रामायण कथा से संबंधित जो प्रसंग आपने टीवी सीरियल में देखे या लोक कथाओं में सुने हैं, वह मूल रामायण ग्रंथ में दर्ज प्रसंगों से काफ़ी भिन्न हैं।
इन्हीं भ्रांतियों को हमने अपना सच्चा इतिहास मान लिया, जिसका लाभ उठा कर सनातन धर्म विरोधियों ने हम पर सदैव प्रश्न चिन्ह खड़े किए हैं। यह एक मात्र ऐसी किताब है जो महान ग्रंथ रामायण से संबंधित भ्रांतियों को दूर कर, हमारे सच्चे इतिहास व घटनाओं के बारे में बताती है। इस किताब को पढ़ने के बाद, आपका ना सिर्फ रामायण से संबंधित ज्ञान सशक्त होगा, बल्कि आपके अंदर सनातन इतिहास के प्रति गर्व का भाव भी जाग्रत होगा। इस पुस्तक में कई विषयों पर चर्चा की गई है। रामायण डीक्लासिफाइड में 38 अनोखे अध्याय दर्ज है।
:: कैसे बनाया गया था रामसेतु ?
:: क्या रावण के दस सर थे ?
:: कौन थे वानर सेना के वानर ?
:: उस युग में किस भाषा का प्रयोग होता था ?
:: क्या रावण विद्वान था ?
:: लक्ष्मण रेखा का रहस्य ?
:: क्या सुषेण लंका के वैद्य थे ?