-एन एस एम ए ने जिलाधिकारी को भेजा पत्र--
बढ़ती गर्मी से अभी से ही सभी के हाल बेहाल हैं। गर्मी दिनोंदिन अपने चरम पर धीरे धीरे पहुंचती जा रही है। हर नए दिन के साथ पारा भी एक नया रिकार्ड दर्ज करेगा। गर्मी शुरू होते ही हर साल पेयजल संकट शुरू हो जाता है। सब कुछ जानने के बाद भी जिम्मेदार विभाग के अधिकारी पेयजल संकट से निपटने के लिए कोई तैयारी नहीं करते जिससे लोगों को पीने के पानी के लिए भटकना पड़ता है। स्थिति यह है कि ख़राब हैंडपंपों को ठीक कराने की जहमत नहीं उठाई जाती। यहाँ लगे खराब हैंडपंप प्रशासनिक दावों की पोल खोल रहे है। मिली जानकारी के मुताबिक कस्बे में 60 प्रतिशत हैंडपंप खत्म ही कर दिये गये। 30 प्रतिशत हैंडपंप खराब पडे है। मात्र 10 प्रतिशत ही हैंडपंप अपनी दुर्दशा पर चल रहे है। कस्बे के वार्ड पछौआ में दो हैडपंप बर्षो से खराब पडे हुए है वार्डवासियों की तमाम शिकायतों के बाद भी इनका सुधार नहीं किया गया। आपको बता दे कि पछौआ वार्ड में घरेलू नलों का पानी खराब आने के कारण पहले वार्डवासी हैडपंपों से प्यास बुझाने के साथ साथ अन्य काम चलाते थे। लेकिन उनके खराब होने के बाद से उनका सहारा केबल एक बार 12 बजे आने बाली सरकारी पानी की टंकी है। सुबह से ही वार्डवासी पानी का इंतजार करने लगते है। और 12 बजे से पहले ही डब्बे तैयार कर लेते है। और जब सरकारी टंकी का पानी आता है। तभी पानी भर सारा काम निपटाते है। गर्मियों मे सबसे ज्यादा परेशानियों का सामना करना पडता है। एक बार का रखा पानी वह लोग 24 घण्टे पीते है। हैंडपंप सही हो तो इन दिक्कतों का सामना न करनि पडे नगर के अधिकांश हैडपंप खराब पडे है पर कोई इनका सुधार नहीं करा रहा प्रशासन भी खामौश बैठा हुआ है। पछौआ वार्ड के कुछ लोगो का कहना है कि गर्मियों में सबसे ज्यादा आवश्यकता पानी की होती है और पानी नहीं है तो समझो कुछ नहीं। इसलिए 12 बजे आने बाले सरकारी टंकी से पानी भर कर रखते है और पीते है। राष्ट्रीय सोशल मीडिया संघ के विजय सिंह,श्याम सुंदर शुक्ला, शिवकिशोर प्रजापति, नाजिम शाह,मोहम्मद अली,प्रदीप वर्मा,सोनू सिंह,राहुल वर्मा आदि ने जिलाधिकारी को पत्र भेज कर नगर के खराब पडे सभी हैंडपंपों को जल्द से जल्द ठीक कराने व जरूरत की जगह पर नये हैंडपंप नल लगवाने की म़ांग की है।