- शाहजहांपुर। श्रावण मास के द्वितीय सोमवार को जिला कारागार का नजारा किसी मंदिर परिसर से कम नहीं रहा। जेल में निरुद्ध बंदियों ने पूरी आस्था और भक्ति भाव से कावड़ यात्रा निकाली और विधिवत शिव पूजन व जलाभिषेक किया। इस दौरान पुरुषों के साथ महिला बंदियों ने भी भजन कीर्तन के साथ कावड़ यात्रा में भाग लिया। जेल परिसर ‘बोल बम’ के जयघोष से गूंज उठा। कुल 220 पुरुष व 21 महिला बंदियों ने उपवास रखते हुए कावड़ यात्रा में भाग लिया। खास बात यह रही कि इस आयोजन में एक ब्रिटिश महिला बंदी ने भी भाग लेकर शिवभक्ति में लीन होकर ईश्वर से अपने आत्मिक उत्थान की प्रार्थना की। वरिष्ठ जेल अधीक्षक मिजाजी लाल के निर्देशन में जेल प्रशासन द्वारा विशेष तैयारियां की गईं थीं। बंदियों द्वारा जनसहयोग से आकर्षक कावड़ें तैयार की गईं। मंदिरों की सफेदी, रंगाई-पुताई, झालरें और गुब्बारे जेल परिसर को पूरी तरह भक्तिमय बना रहे थे। सुबह शिव-पार्वती के रूप में सजे-संवरे बंदियों को माल्यार्पण कर यात्रा की शुरुआत वरिष्ठ जेल अधीक्षक ने की। कावड़िए गंगाजल, बेलपत्र, शमी, धतूरा और पुष्पमालाओं से सजे कलश के साथ झंडों एवं तिरंगे को लेकर निकले। हर अहाते व बैरक से गुजरती कावड़ यात्रा का समापन बैरक संख्या 11 स्थित शिव मंदिर पर हुआ, जहां जलाभिषेक एवं पूजन-अर्चन किया गया।
!!महिला बंदियों ने भी भक्ति-भाव से भजन गाते हुए कावड़ यात्रा निकाली और भोलेनाथ का जलाभिषेक किया!!
इस अवसर पर जेल में बंद मानसिक रूप से अस्वस्थ महिला गायत्री, जो अब सामान्य स्थिति में लौट चुकी है, भी कावड़ यात्रा में भाग लेकर शिव आराधना में लीन दिखी। वरिष्ठ जेल अधीक्षक मिजाजी लाल ने बताया कि इस आयोजन का उद्देश्य बंदियों में धार्मिक आस्था, मानसिक शांति और सकारात्मक सोच का विकास करना है, जिससे वे एक बेहतर जीवन की ओर अग्रसर हो सकें। इस दौरान समस्त जेल स्टाफ व सुरक्षा बलों की मौजूदगी रही।