आओ मिलकर योग करें।
तन को हम निरोग करें।
जीवन को सुख की ओर करें
आओ मिलकर योग करें।
मन बुद्धि और व्यवहार से
संयम से नित योग करें।
आओ मिलकर योग करें।
पतंजलि ऋषि मुनियों ने योग अपनाया
सहस्त्र वर्ष जीवन है पाया।
अगर बचाना जीवन में मेहनत का धन,
तो अपनाइए योग को।
सुबह पीओ गुनगुना पानी,
पाचनतंत्र मजबूत करें।
आओ मिलकर योग करें।
तन मन में स्फूर्ति भरें।
शुद्ध मलय शीतल पवन,
मन मस्तिक मजबूत करें।
आओ मिलकर योग करें।
मन में सुंदर विचार भरें।
मन को व्यवचारो से दूर करें,
प्रकृति से हम प्यार करें,
इससे न खिलवाड़ करें,
जीवन को खुशियों से भरें।
आओ मिलकर योग करें।
स्वास्थ्य और परवेश स्वच्छ रखें।
आओ मिलकर योग करें।
शुद्ध सरल भोजन को पाएं।
शाकाहारी जीवन अपनाएं।
प्राणायाम भरपूर करें।
आओ मिलकर योग करें।
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सीता सर्वेश त्रिवेदी "काव्या"
शाहजहांपुर