*इंसाफ चाहिये*
भाईचारा बहुत हुआ
न बदलेगा पाकिस्तान
खूनी रंग पसंद है इन्हें
तो कर दो इनको लाल ।
आतंक के विरुद्ध अब
निर्णायक युद्ध होना चाहिए।
भारत में मजहब के नाम पर
आपस में हमें लड़वाते हैं
आतंकवादियों को भेज ये
क्या वीरता हमें दिखाते हैं।
आतंक के विरुद्ध अब
निर्णायक युद्ध होना चाहिए।
कायर है ऐ लोग
छुपकर वार करते हैं
दिनदहाड़े ऐ निर्दयी
बंदूक की नोक पर
हम भारतीयों को डसते हैं।
आतंक के विरुद्ध अब
निर्णायक युद्ध होना चाहिए।
अब होश सम्भालो भारतवासी
इनसे न अब डरना है
इनके बीच में घुसकर अब
भीड़ इनकी खत्म करना है।
आतंक के विरुद्ध अब
निर्णायक युद्ध होना चाहिए।
मोदी जी अब रहम नहीं
जंग छेड़नी हमें होगी
छटी का दूध याद आये इनकों
ऐसी सजा देनी होगी।
आतंक के विरुद्ध अब
निर्णायक युद्ध होना चाहिए।
कब तक हम सहते रहेंगे
क्यों भाई, पति, पिता, खोते रहेंगे
इनका खात्मा जरूरी है अब
इन्हें मिटाना हमारी मजबूरी है।
आतंक के विरुद्ध अब
निर्णायक युद्ध होना चाहिए।
*स्वरचित मौलिक*
*मेघा अग्रवाल*
*नागपूर महाराष्ट्रा
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