इसके अलावा बाड़मेर-जालोर जिले, जहां भारी बारिश का अलर्ट है, वहां निचले जलभराव वाले इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के निर्देश दिए गए हैं।इस बीच, चेतावनी वाले जिलों में सरकार ने तीन दिन (16 से 18 जून) तक एडवेंचर एक्टिविटी और टूरिस्ट ट्रिप के साथ महंगाई राहत कैंप पर रोक लगा दी है।जैसलमेर में मनरेगा श्रमिकों को भी 16 और 17 जून को छुट्टी पर रहने के आदेश दिए गए हैं। देर रात मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी अधिकारियों संग हाई लेवल मीटिंग करके तूफान-बारिश से आने वाली आपदा से निपटने के लिए की गई तैयारियों की समीक्षा की।
आज गुजरात के तट पर टकराएगा
बिपरजॉय तूफान अभी अरब सागर में है और यह गुरुवार शाम तक गुजरात के जखाऊ पोर्ट से आकर टकराएगा, जो गुजरात के ही मांडवी पोर्ट और पाकिस्तान के कराची पोर्ट के बीच है।
इस साइक्लोन के गुजरात तट से टकराने के बाद राजस्थान के दक्षिण-पश्चिमी हिस्से में इसका असर दिखने लगेगा। 16 जून की दोपहर तक ये साइक्लोन डिप्रेशन के रूप में राजस्थान में प्रवेश करेगा, जो 17 जून तक जोधपुर के नजदीक आने तक लो प्रेशर एरिया में तब्दील होकर खत्म हो जाएगा।
इन जिलों के लिए रेड अलर्ट
मौसम केन्द्र जयपुर ने इस तूफान से जालोर, बाड़मेर, पाली, जोधपुर और नागौर जिलों में अति भारी बारिश होने की आशंका जताते हुए इन जिलों के लिए 16-17 जून का रेड अलर्ट जारी किया है। यहां 70KM तक की स्पीड से तूफान आने की भी आशंका जताई जा रही है।
मौसम विभाग की इस भविष्यवाणी के तहत कुछ इलाकों में 200MM या उससे ज्यादा बरसात हो सकती है। इसी चेतावनी को देखते हुए प्रशासन ने इन हर जिलों में कल से फ्लड कंट्रोल रूम शुरू करने और वहां सिविल डिफेंस और अन्य राहत बचाव के लिए पर्याप्त बंदोबस्त करने के लिए कहा है।