--पीड़ित बुजुर्ग अब आमरण अनशन पर वैठकर लगा रहा न्याय की गुहार
- शाहजहांपुर। एक वृद्ध की ऐसी दास्तां जिसे सुनने के बाद हर किसी की रूह कांप उठे कि जिन बच्चो को मां बाप अपना सब कुछ लुटाकर अपने बुढ़ापे का सहारा समझते हैं आज वही बच्चे उनकी जान के दुश्मन बन गए हैं। जिनसे आजिज आकर आज एक वृद्ध समाजसेवियों के साथ चिलचिलाती धूप में धरना देने के लिये बैठने को मजबूर हो गया। बजह थी कि उसके बेटे और बहू ने उसे घर से निकाल दिया। अब इस वृद्ध के पास न तो छत है और न ही दो वक्त की रोटी खाने का इंतजाम है। ऐसी उम्र में अब बीमारियों ने भी उसे घेर रखा हैं।थाने से लेकर एसपी ऑफिस और डीएम कार्यालय तक अपनी फरियाद कर चुका यह वृद्ध अब धरने पर बैठकर न्याय की गुहार लगा रहा है।
दरअसल कोतवाली सदर बाजार क्षेत्र मोहल्ला लाला तेली बजरिया के रहने वाले 80 वर्षीय लज्जाराम अब खिरनीबाग रामलीला मैदान में आमरण अनशन शुरू कर चुके हैं।उनका कहना है कि उनके बेटे और बहू ने उन्हें घर से निकाल दिया है ऐसे में वह अब इधर उधर रहने को मजबूर हो गए हैं। क्योंकि बेघर होने के बाद अब उनके पास न तो दो वक्त की रोटी का इंतजाम है और न ही दवाई के पैसे है। खुद का मकान अब उनके बेटे बहु के कब्जे में है। इसकी शिकायत वह स्थानीय पुलिस से लेकर एसपी कार्यालय व जिलाधिकारी कार्यालय तक कर चुका है लेकिन कोई कार्यवाही नही हुई। अब इन हालातों में भी बेटा लज्जाराम को जान से मारने की धमकी दे रहा है। चिलचिलाती धूप में आमरण अनशन पर बैठे लज्जाराम का कहना है कि जब तक उनके मकान से बेटे बहु का अवैध कब्जा नही खाली कराया जाएगा तब तक वह यह अनशन जारी रखेगा।