--मरीजो को बेहतर स्वास्थ्य सेवाए उपलब्ध कराने हेतु किया निर्देशित
--जिलाधिकारी ने जिला चिकित्सालय के इमरजेंसी वार्ड में 30 नए बेड बढ़ाए जाने हेतु किया निर्देशित
- शाहजहाँपुर। जिलाधिकारी उमेश प्रताप सिंह ने राजकीय स्वसाशी महा विद्यालय जिला चिकित्सालय का औचक निरीक्षण कर व्यवस्थाए देखी। उन्होने कड़े निर्देश दिये कि वर्तमान ग्रीष्म ऋतु लू इत्यादि को दृष्टिगत रखते हुये मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं एवं समुचित उपचार उपलब्ध कराया जाये। उन्होने इमरजेंसी वार्ड में 30 नए बेड बढ़ाए जाने के निर्देश भी दिये। निरीक्षण के दौरान उन्होंने इमरजेंसी वार्ड, मेल सर्जिकल वार्ड, एक्स-रे कक्ष तथा डिस्पेंसरी का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने मरीजों से बात चीत कर उनका हाल भी जाना। साथ ही जिलाधिकारी ने मरीजों से जानकारी ली की उनसे उपचार के एवज में कोई पैसा तो नही लिया गया, मौके पर मौजूद लोगो ने जानकारी दी कि उनसे कोई पैसा नहीं लिया गया। निरीक्षण के दौरान इमरजेंसी वार्ड में साफ सफाई व्यवस्था दुरुस्त न पाए जाने पर साफ सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने तथा मरीजों के लिए बेड संख्या कम होने पर प्रधानाचार्य मेडिकल कॉलेज राजेश कुमार को इमरजेंसी में आने वाले मरीजों के लिए बेड संख्या बढ़ाने हेतु निर्देशित किया। मेल सर्जिकल वार्ड में भी साफ सफाई की व्यवस्था ठीक न पाए जाने पर जिलाधिकारी ने साफ सफाई का विशेष ध्यान रखने हेतु निर्देशित किया।
उन्होंने कहा कि इमरजेंसी में आने वाले मरीजों को तत्काल उपचार उपलब्ध कराया जाए किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए। जिलाधिकारी ने एक्सरे कक्ष के निरीक्षण के दौरान मौजूद मरीजों तथा उनके परिजनों से बातचीत करते हुए उनसे जानकारी ली। उन्होंने डिस्पेंसरी की विंडो पर दवा ले रहे लोगो से दवाइयों की उपलब्धता के बारे में भी जानकारी ली। उन्होंने डिस्पेंसरी की विंडो पर मौजूद लोगो से जानकारी ली कि उनसे कोई पैसा तो नही लिया गया मौके पर मौजूद लोगो ने बताया कि उनसे कोई पैसा नहीं लिया गया। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि किसी भी मरीज को बेड के लिए प्रतीक्षा न करना पड़े यह भी सुनिश्चित किया जाए, ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर सभी मरीजों से अच्छा व्यवहार करें तथा उन्हें आवश्यक दवाईयों की उपलब्धता सुनिश्चित करायें। ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर नियमित रूप से भर्ती मरीजो से उनके स्वास्थ्य में सुधार की स्थिति की जानकारी अवश्य लें। उन्होंने सख्त निर्देश दिए कि यदि किसी मरीज से दुर्व्यवहार या लापरवाही बरतने की शिकायत आती है तो संबंधित के विरुद्ध कठोर दंडात्मक कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।