- हरदोई। जन सुनवाई पोर्टल पर की गई शिकायत का निस्तारण के करने के बजाय घर बैठकर ही जिला कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास ने शिकायत को संतुष्ट करार देते हुए निस्तारण कर दिया व फर्जी किसी से संतुष्ट लेटर लिखकर पोर्टल पर अपलोड भी कर दिया। यहां तक की वहां फर्जी लेटर पर साइन करना या करवाना भी भूल गये।
ऐसा मामला ब्लाक भरखनी की ग्राम पंचायत थरिया का सामने आया है जिसमें शिकायतकर्ता सूरज तिवारी पुत्र प्रेम सागर ने जनसुनवाई पोर्टल पर 23 मार्च को शिकायत दर्ज कराई थी। जिसमें कहा था की उसके क्षेत्र का आंगनबाड़ी केंद्र ज्यादातर बंद रहता है। और आंगनबाड़ी समय से केंद्र नहीं खौलती उसमें हमेशां ताला पडा रहता है। न ही केंद्र पर आने बाला आहार सभी को वितरण किया जाता है। जिसकी निष्पक्ष जांच कराने के लिए मांग की गयी थी। बाल विकास परियोजना अधिकारी बाल विकास पुष्टाहार विभाग ने जिला कार्यक्रम अधिकारी को दे दी जिसकी जांच घर बैठकर फोन से कर ली गयी और मुख्य सेविका शशिमा सिंह द्वारा स्वयं या किसी अन्य व्यक्ति द्वारा फर्जी रिपोर्ट तैयार कर लेटर लिख लिया गया कि प्रमाणित किया जाता है कि पीडित द्वारा जो शिकायत दर्ज कराई गयी उसकी जांच पर उस दिन आंगनबाड़ी कार्यकत्री गृह भ्रमण पर गयी थी पीडित संतुष्ट है। जबकि पोर्टल पर अपलोड किये गये लेटर पर किसी व्यक्ति के साइन भी नहीं है। जिसे अन देखा कर अधिकारियों ने आख्या अपलोड कर दी। जिसे देख पीडित अचम्भा मान गया भाजपा सरकार में तो जनसुनवाई पर कार्यवाही व मौके पर जांच होनी चाहिए मगर अधिकारियों ने पोर्टल को मजाक बनाते हुए उस पर फर्जी रिपोर्ट लगाकर सबकुछ उल्टा कर दिया। पीडित द्वारा पुन: रिमांडर लगा कर जांच कराने की मांग की है। देखना है अब अधिकारी जांच करते है। कि मामला रफा दफा।