- शाहजहांपुर में कूड़ा डालने और क्लास में शोर मचाने पर एक टीचर ने छात्र को पीट दिया। पिटाई के दौरान डंडा छात्र की आंखों में लग गया। जिससे छात्र की आंख में चोट आ गई। सूचना मिलते ही बच्चे के अभिभावक स्कूल पहुंच गए। हंगामे की सूचना मिलते ही बीएसए ने स्कूल जाकर बच्चों के बयान दर्ज कर टीचरों से भी पूछताछ की। वहीं बीएसए का कहना है कि, बच्चे के गंभीर चोट नही आई है। उसका इलाज कराया जा रहा है।
शाहजहांपुर सहामतगंज गौटिया प्राथमिक विद्यालय में यश राठौर छठी क्लास का छात्र है। यश अपने क्लास में बैठा और बच्चों के साथ खेल रहा था। तभी किसी बच्चे ने क्लास में कूड़ा फेंककर शोर मचाने लगे। क्लास में टीचर भी मौजूद थीं। शोर मचाते देखकर टीचर को इतना गुस्सा आया कि, उन्होंने छात्र यश को पीटना शुरू कर दिया। जब टीचर ने उसको डंडे से पीटना शुरू किया तो, अचानक डंडा यश के आंख में लग गया। जिससे उसकी आंख में चोट आ गई। यश की आंख सूज गई और लाल हो गई। उसके बाद यश अपने घर गया और परिवार को पूरी बात बताई। उसके बाद परिजनों ने स्कूल पहुंचकर हंगामा शुरू कर दिया।हंगामा बढ़ता देखकर बीएसए ने स्कूल जाकर बच्चों और टीचरों से पूछताछ की और बच्चों के बयान दर्ज किए। उसके बाद घायल बच्चे को इलाज के लिए भेजा गया। इसी बीच टीचर की मां स्कूल आ गई और उन्होंने मीडियाकर्मियों के मौजूद होने पर आपत्ति जताई। उन्होंने टीचर को बेकसूर बताया। वहीं सच्चाई जानने के लिए बीएसए ने टीम बनाकर जांच के आदेश दिए हैं।वहीं बीएसए रणवीर सिंह ने बताया कि, बच्चे के आंख में मामूली चोट आई है। किसी बच्चे को फटकार लगाने के दौरान डंडा उसकी आंख में लग गया। बच्चे का इलाज कराया जा रहा है। जांच के लिए एक कमेटी बनाई गई है। रिपोर्ट आने के बाद अगर टीचर दोषी पाई गईं तो, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि, स्कूल में बच्चों के साथ पिटाई का ये कोई पहला मामला नही है। सोमवार को ही कंपोजिट विद्यालय किला में एक टीचर ने गेंद लगने से नाराज होकर 9 बच्चो को बेरहमी से पीटा था ।बच्चों की हालत बिगड़ने पर अभिभावकों ने हंगामा करने के साथ ही रोड जाम कर दिया था। बीएसए ने पिटाई के आरोप सही पाए जाने पर आरोपी टीचर पूर्णिमा रस्तोगी को निलंबित कर दिया है।