--पीएचसी लोधीपुर एवं पीएचसी सरायकाईंया पर मेडिकल ऑफिसर सहित कई अन्य कर्मचारी अनुपस्थित पाए जाने पर दिये सख्त कार्यवाही के निर्देश
--निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित पाये गये कर्मचारियों का वेतन रोकने तथा सेवा समाप्ति के निर्देश
- शाहजहांपुर। जिलाधिकारी उमेश प्रताप सिंह ने शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लोधीपुर एवं सरायकाईंया स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर गर्भवती महिलाओं तथा 0 से 7 साल के बच्चों के किए जा रहे वैक्सीनेशन का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने पीएचसी पर कार्यरत कार्मिकों की उपस्थिति तथा उनके कार्यों के विषय में भी जानकारी ली। साथ ही जिलाधिकारी ने जनपद में चल रहे संचारी रोग नियंत्रण अभियान अंतर्गत साफ सफाई व्यवस्था का भी जायजा लिया। लोधीपुर में साफ सफाई व्यवस्था ठीक न पाए जाने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुये नगर स्वास्थ्य अधिकारी श्री मनोज मिश्रा, जोनल अधिकारी श्रीमती रश्मि भारती एवं सफाई निरीक्षक श्री पवन कुमार का जवाब तलब करने के निर्देश दिये।
शासन के निर्देशानुसार शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर मंगलवार से रविवार तक टीककरण किये जाने हेतु निर्देशित किया गया है। इसी क्रम में जिलाधिकारी ने नगर स्थित पीएचसी लोधीपुर एवं पीएचसी सराय काईंया में किये जा रहे टीकाकरण का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कम संख्या में वैक्सीनेशन होने पर जिलाधिकारी ने मोबिलाइजेशन करने के निर्देश दिए। उन्होने कहा कि आशा द्वारा डोर टू डोर सम्पर्क कर महिलाओं को टीकाकरण हेतु प्रेरित किया जाये तथा टीकाकरण से होने वाले लाभ के विषय में भी उन्हे अवगत कराया जाये। पीएचसी लोधीपुर में मेडिकल ऑफिसर डा. आलोक कुमार सिंह सहित अन्य कर्मचारी अनुपस्थित पाये गये। जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुये मेडिकल ऑफिसर डा. आलोक कुमार सिंह का वेतन रोकने तथा जवाब तलब करने हेतु निर्देशित किया। साथ ही जिलाधिकारी ने अन्य अनुपस्थित कर्मचारियों का भी जवाब तलब करने के निर्देश मुख्य चिकित्साधिकारी को दिये। उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित करते हुये कहा कि कार्यवाही करने के उपरान्त एटीआर भी प्रस्तुत करें। पीएचसी सरायकाईंया के निरीक्षण के दौरान भी मेडिकल ऑफिसर सहित अन्य कर्मचारी अनुपस्थित पाये गये। वैक्सिनेशन की प्रगति भी ठीक नही पायी गयी। जिस हेतु उन्होंने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुये मेडिकल ऑफिसर डा. आदित्य गुप्ता का वेतन रोकते हुये जवाब तलब करने के निर्देश दिये तथा आशा द्वारा निरन्तर 02 महिने से अनुपस्थित होने की जानकारी मिलने पर उन्होंने आशा की सेवा समाप्त करने हेतु मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया। उन्होंने सख्त निर्देश दिये कि किसी भी दशा में लापरवाही बर्दाश्त नही की जायेगी। उन्होने कहा कि अपने कार्यो की प्रति लापरवाही न बरते, अपने कार्यदायित्वों का पूरी ईमानदारी से निर्वहन करें अन्यथा की स्थिति के कड़ी कार्यवाही अमल में लायी जायेगी।