- हरदोई में दुल्हन का हार न लाने की वजह से एक बारात बैरंग ही लौट गई। दूल्हे पक्ष के लोगों को गले का हार (नेकलेस) ना लाना भारी पड़ गया। लड़की ने हार न लाने की वजह से निकाह करने से ही इनकार कर दिया। इसके बाद दूल्हा पक्ष कोतवाली पहुंचा, लेकिन दुल्हन अपनी जिद पर अड़ी रही। वहीं बारात को बिन दुल्हन के ही लौटना पड़ा।
मामला बेनीगंज के हांस बरौली गांव का है। यहां लखीमपुर-खीरी से बारात आई थी। इसमें बारातियों की दुल्हन पक्ष वालों ने आवभगत शुरू की। इसके बाद फिर रस्में शुरू हुईं। जब दूल्हे पक्ष की तरफ से जेवर पेश किए गए तो उसमें गले का हार नहीं था। बस फिर क्या था, लड़की पक्ष की तरफ से औरतों में कानाफूसी शुरू हो गयी।
यह बात जब लड़की को पता चली कि उपहार में उसके लिए गले का हार नहीं आया है, तो उसने निकाह करने से साफ मना कर दिया।
दिन भर चली पंचायत के बाद जब लड़की पक्ष वाले राजी नहीं हुए तो लड़के वालों ने बेनीगंज कोतवाली में शिकायती पत्र दिया। मौके पर बेनीगंज पुलिस पहुंची और दोनों पक्षों को थाने ले गई। लड़की पक्ष को समझाने और दबाव बनाने के बावजूद भी जब लड़की निकाह करने को राजी नहीं हुई। इसके बाद फिर बारात को बिन दुल्हन के बैरंग ही लौटना पड़ा।