- अल्हागंज। क्षेत्र में धान क्रय केंद्र न होने से किसानों को काफी समस्या हो रही है। किसान इस सौतेलेपन से व्यथित परेशान हैं। क्षेत्र के, मऊ शाहजहांपुर, जेरा रहीमपुर, निवऊनगला, हलूनगला,लालपुर इमलिया,विचौला सहित आदि क्षेत्र के तमाम गांवों में किसानों में सरकार के प्रति काफी गुस्सा है और वो सौतेले व्यवहार का आरोप लगा रहे हैं। जिसके चलते राष्ट्रीय सोशल मीडिया संघ के राष्ट्रीय महासचिव श्याम सुंदर शुक्ला ने जिलाधिकारी को पत्र भेज कर किसानो की समस्याओं से अवगत कराया है।
श्री शुक्ला के द्वारा भेजे गये पत्र मे कहा कि क्षेत्र में केंद्र न होने के चलते क्षेत्रीय किसानों को अपने धान बिचौलियों को बेचने पड़ रहे हैं। क्योंकि यहां से धान क्रय केंद्र 20 किलोमीटर दूर है। सबसे नजदीकी धान क्रय केंद्र अल्हागंज से 22 किलोमीटर दूर जलालाबाद है। अब छोटे और मंझोले किसान विवश होकर अपना धान बिचौलियों को बेचते हैं। क्योंकि छोटे किसानों के पास 10-15 कुंतल धान होता है। ऐसे में संसाधनहीन किसान उतना धान लेकर नही जा पा रहे है, ये समस्या खड़ी होती है तो वो औने पौने दाम पर बिचौलियों को बेच देते हैं। जबकि सहकारी समिति रतनापुर बेलाखेडा हो चाहे निवऊनगला यह समितियां खाद उपलब्ध करा देती है पर इनको सेंटर नही मिलते सेंटर प्राईवेट फर्म को दे देते है। पिछली वर्ष यह सेंटर दस किलोमीटर दूर लगे थे तो किसानों की जगह विचोलियो का धान इन प्राईवेट सेंटरों पर खरीदा गया इस वर्ष भी इन प्राईवेट संस्था को ही केंद्र दिया गया जो जलालाबाद मंडी मे लगाया गया जहां इस क्षेत्र के किसानों का पहुचना बडी मुसीवत की बात है इसलिए यहा विचोलियो का धान कागजों पर बिकता है। अगर क्षेत्र मे एक भी सेंटर होता तो किसान धान लेकर भी जाते लेकिन अब धान को इतनी दूर कैसे ले जाएं, इस लिए उसे साहूकारों को बेचना पड़ रहा है।