पीरगंज से कर्बला तक गूंजा..या हुसैन, या हुसैन--
--हर चौराहे पर पुलिस की रही चाक चौबंद व्यवस्था--
- अल्हागंज-10 अगस्त 2022 (अमित वाजपेयी). दसवीं मोहर्रम का जुलूस मंगलवार से बुधवार शाम तक कस्बें में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच निकाला गया। ताजियों के आगे नवयुवकों की टोली से या हुसैन, या हुसैन की सदाएं गूंजती रहीं। देर शाम आबादी से बाहर कर्बला में फातिया के साथ 15 ताजिये दफन किए गए।
विभिन्न आकारों में बने ताजिए आकर्षण का केंद्र रहे। इस पर्व को मुस्लिम समाज के शिया वर्ग के अलावा सुन्नी वर्ग के लोगों ने भी उपवास रखकर मनाया। मन्नतें पूरी होने वाले छोटी ताजिया बनवाकर फातिहा करवाया और शीरनी बांटी। पायक बने लोग ताजियों को हवा देते वक्त ..या हुसैन, या हुसैन की आवाजें लगाते देखे गए। इस दौरान जगह-जगह शरबत आदि का भी प्रबंध रहा। इस दौरान पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात रहा। अन्य क्षेत्रों के ताजियों को कस्बे में जुलूस निकालकर स्थानीय कर्बला में दफन किए गए। कमेटी प्रतिनिधि के अनुसार दशवीं मोहर्रम का जलूस शांतिपूर्ण तरीके से निकला गया। जुलूस पीरगंज चौराहा व अन्य मोहल्ले से निकलकर पीरगंज द्वितीय मोहल्ले में एक साथ होकर बड़े जुलूस का शक्ल अख्तियार कर आगे बढ़ने लगा। देर रात तक ताजिये ईदगाह के पास कर्बला में दफन किए जाते रहे। शहीद ए आजम कॉन्फ्रेंस मोहर्रम कमेटी के पदाधिकारी व सदस्यों ने जुलूस में व्यवस्था देखी जिसमे संरक्षक जनाब शेर मोहम्मद , अध्यक्ष जनाब नईमुद्दीन , उपाध्यक्ष जनाब एहसान मोहम्मद , राजू शाह , नदीम चिस्ती, अमीर हसन , नवी शेर ,फैयाज , बब्लू अली , नाजिम शाह , शहरून अली , नवी मोहम्मद , नाजीस , सद्दाम अली आदि मौजूद रहे।