- शाहजहांपुर। प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी की "नदियों को पुनर्जीवित करने" की प्रेरणा से जनपद शाहजहांपुर में भैंसी नदी के उत्थान का ऐतिहासिक कार्य गतिशील है। जिलाधिकारी धर्मेन्द्र प्रताप सिंह के नेतृत्व एवं सतत निगरानी में भैंसी नदी की खुदाई का कार्य तीव्र गति से प्रगति पर है और अब तक लगभग 80 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है।
जिलाधिकारी ने आज करनापुर, बरौना, मैनिया रसूलापुर, दलेलापुर, पिपरिया हरीशचंद से लेकर पन्नाघाट तक नदी के पुनः उत्थान कार्यों का स्थलीय निरीक्षण कर कार्यों की गुणवत्ता एवं प्रगति की गहन समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि शेष कार्य 30 जून 2025 तक हर हाल में पूर्ण कर लिए जाएं, ताकि बरसात के समय नदी अपने प्राकृतिक प्रवाह में बहने लगे। उन्होंने यह भी निर्देशित किया कि पुनः खुदाई के पश्चात नदी किनारे व्यापक स्तर पर वृक्षारोपण कार्य आरंभ किया जाए, जिससे नदी का पारिस्थितिक संतुलन बेहतर हो और क्षेत्र में हरित आच्छादन बढ़े। जिलाधिकारी ने पुनर्जीवित होती नदी को देखकर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए इस पुनीत कार्य में संलग्न सभी अधिकारियों, उप जिलाधिकारी पुवायां, तहसीलदार, खंड विकास अधिकारियों, लोक भारती की टीम और स्थानीय जनता के सहयोग की सराहना की। जिलाधिकारी श्री सिंह ने कहा कि यह पहल केवल एक नदी की पुनः स्थापना नहीं है, बल्कि यह जन-सहभागिता और प्रशासनिक दृढ़ संकल्प का उदाहरण है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि आगामी कुछ ही सप्ताहों में भैंसी नदी पूर्ण रूप से अपने प्राकृतिक स्वरूप में लौट आएगी, जिससे क्षेत्र की जलधारण क्षमता, भूमिगत जलस्तर और कृषि उत्पादकता को सकारात्मक बल मिलेगा।इस महत्त्वपूर्ण पहल से न केवल पर्यावरणीय लाभ सुनिश्चित होंगे, बल्कि भावी पीढ़ियों को भी स्वच्छ जल स्रोत और हरित परिदृश्य का लाभ मिलेगा। जिलाधिकारी ने आशा जताई कि इस प्रयास को जनआंदोलन का स्वरूप मिलेगा और अन्य सूख चुकी नदियों के पुनर्जीवन का मार्ग प्रशस्त होगा। इसके अतिरिक्त, जेवा तिराहे पर लगातार हो रही दुर्घटनाओं की जानकारी मिलने पर जिलाधिकारी ने आज स्वयं स्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने मौके पर मौजूद अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि वहां तत्काल प्रभाव से स्पीड टेबल, गति अवरोधक का निर्माण कराए, जिससे भविष्य में दुर्घटनाओं पर प्रभावी नियंत्रण पाया जा सके।