गंगा नदी को हिंदू धर्म में देवी और मां के रूप में माना और पूजा जाता है और उन्हीं के धरती पर अवतरण के उपक्ष्य में गंगा दशहरा मनाया जाता है। गंगा दशहरा हर साल ज्येष्ठ महीने के शुक्ल पक्ष में मनाया जाता है। इस बार ये पर्व 9 जून को देशभर में मनेगा। ये माना जाता है कि जब मां गंगा स्वर्ग से पृथ्वी पर अवतरित हुईं तो वह ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि थी, तभी से इस तिथि को गंगा दशहरा के रूप में मनाते हैं।
गंगा दशहरा से जुड़ी मान्यता ये भी है कि चंद्रमा जल तत्व का कारक है। यदि आप रोजमर्रा के जीवन में जल को दूषित करते हैं और संरक्षण नहीं करते तो मन अशांत और दूषित होगा। गंगा दशहरा के दिन सभी गंगा मंदिरों में भगवान शिव का अभिषेक किया जाता है। पूजा में चरणामृत स्वरूप भक्तों में गंगा जल वितरित किया जाता है।
इस दिन हो सके तो आसपास के किसी गंगा मंदिर में जाकर पूजा जरूर करें। घर पर भी गंगा जल पात्र और मां गंगा के चित्र के साथ विधि-विधान से पूजा-अर्चना की जा सकती है, जिसके तहत उन्हें कुमकुम लगाकर अक्षत चढ़ाकर पुष्प अर्पित करें और विविध पकवानों और मिष्ठानों से भोग लगाएं।