- शाहजहाँपुर। जिलाधिकारी ने सखी वन स्टॉप सेंटर का औचक निरीक्षण कर वहाँ की व्यवस्थाओं को परखा। नमिता केस वर्कर व प्रभारी वन स्टॉप सेंटर से से केस रजिस्टर देखा जो अपूर्ण था। जिस पर जिलाधिकारी उमेश प्रताप सिंह ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की व सभी रजिस्टर विधिवत पूर्ण रखने के निर्देश दिये। वन स्टॉप सेंटर में स्थित पुलिस चौकी पर कोई भी महिला कॉन्स्टेबल उपस्थित नहीं थी बाद में एक महिला कांस्टेबल पहुँची। जिसे उन्होंने ने घोर लापरवाही मानते हुए नाराजगी जताई।
वन स्टॉप सेंटर में टूटी कुर्सियां व परिसर में फैली गंदगी देखकर उन्होंने सख्त नाराजगी व्यक्त कर तुरन्त साफ सफ़ाई कराने व सफाई कर्मचारी रखने के निर्देश दिए और कहा कि सुरक्षा व साफ सफाई में लापरवाही बर्दाश्त नही की जायेगी। उसके बाद उन्होंने बालगृह निरीक्षण को पहुँचे जहां चाइल्ड लाइन द्वारा, अनाथ, बेसहारा बच्चों के रहन सहन, खाना, वस्त्र, व शिक्षण-प्रशिक्षण की जानकारी ली। बालगृह में अधिकांश बच्चे बेतरतीब अव्यवस्थित सोते हुए मिले, जिस पर पर्यवेक्षक रामसूरत से जवाब तलब किया। उन्होंने ने बालगृह में निवासित बच्चों से स्वयं खानपान व दैनिक एक्टिविटी तथा किसी भी प्रकार की समस्या के बारे में पूछा। बच्चों के वेशभूषा व पुरानी ड्रेस बदलने के निर्देषित किया। जिलाधिकारी ने प्रत्येक दूसरे दिन बच्चों को मनोचिकित्सक से काउंसलिंग व चैक कराने के निर्देश दिए व बच्चों के बौद्धिक, शारीरिक विकास पर जोर देने को कहा, व शरीर श्रम तथा शारीरिक एक्टिविटी, खेलों के माध्यम से बच्चों का विकास व आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रशिक्षित करने के निर्देश दिए। तत्पश्चात जिलाधिकारी महोदय ने बालगृह का कार्यालय की जाँच की उपस्थिति रजिस्टर से पता लगा कि बालगृह के अधीक्षक उपस्थित नहीं थे पूछने पर बताया गया कि वह किसी काम से लखनऊ गए हैं बिना किसी प्रार्थना पत्र के अनुपस्थिति को जिलाधिकारी महोदय ने आपत्तिजनक माना तथा कार्यालय में अव्यवस्थित रखी अलमारी, रजिस्टर व फ़ाइल को व्यवस्थित करने व साफ सफाई के निर्देश दिये।