- राजस्थान। बर्बरीक जिन्हें शीश के दानी के नाम से संसार पूजता है। बर्बरीक के परित्याग (बलिदान) से प्रसन्न होकर श्रीकृष्ण भगवान ने बर्बरीक को अपने नाम से संबोधित किया जिसे आज हम खाटूश्याम के नाम से जानते एवं पूजते हैं। फाल्गुन (मार्च) मेला बाबा खाटूश्याम जी का मुख्य मेला है। फाल्गुन माह में शुक्ल ग्यारस (एकादशी) को यह मेला का मुख्य दिन होता है। यह मेला षष्ठी से द्वादशी तक लगभग 8 दिनों के लिये आयोजित होता है। कार्तिक एकादशी को श्रीखाटूश्याम जी का जन्मोत्सव मनाया जाता है। इसके अलावा यहां पर कृष्ण जन्माष्टमी, झूल-झुलैया एकादशी, होली एवं बसंत पंचमी आदि त्यौहार पूरे धूमधाम एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है।यहां पर आये हुये लाखों भक्त इस मेला में शामिल होकर बाबा श्री खाटूश्याम की भक्ति अराधना एवं भजन संध्या आदि करते हैं। कुछ भक्तगण तो होली तक यहां पर रूकते हैं और होली के दिन बाबाश्याम के संग होली खेलकर अपने घर प्रस्थान करते हैं।
फाल्गुन मेला- फाल्गुन मेला बाबा खाटूश्याम जी का मुख्य मेला है। यह मेला फाल्गुन मास (मार्च) में तिथि के आधार पर षष्ठी से बारस तक 8 दिनों के लिये आयोजित किया जाता है। फाल्गुन मास की शुक्ल ग्यारस को मेले का मुख्य दिन होता है। देश-विदेश से आये हुये सभी श्रद्धालु बाबा खाटूश्याम जी का श्रृद्धापूर्ण दर्शन करते हैं और दर्शन करने के पश्चात् भजन एवं कीर्तन का भी आनन्द लेते हैं। भजनसंध्या में तरह-तरह के कलाकार आते हैं जो रातभर भजन एवं कीर्तन करते हैं। फाल्गुन मास में अधिकतम संख्या में लाखों भक्तगण दर्शन के लिये आते हैं। भक्तों की लाखों की संख्या को देखते हुये प्रशासन की तरफ उचित व्यवस्था की जाती है ताकि किसी प्रकार की अव्यवस्था न हो। इसके अलावा खाटूनगरी में बहुत सारी धर्मशालायें, पार्किंग तथा होटलों की भी व्यवस्था है। कुछ होटल तो बाबा के नाम से जाने जाते हैं जैसे राधेश्याम होटल, मोर्वी होटल एवं लखदातार इत्यादि।
निशान यात्रा- हर देश से श्रद्धालु खाटूनगरी में बाबा के दर्शन के लिये आते हैं जिनमें कुछ श्रद्धालु ऐसे हैं जो रिंगस से पदयात्रा (निशान यात्रा) करते हुये बाबा के धाम जाते हैं। निशान यात्रा करते समय भक्तगण बाबा खाटूश्याम जी का ध्वजा/नारियल के साथ-साथ बाबा जी की झांकी भी निकालते हैं। झांकी को पूरे हर्षोल्लास एवं बैण्ड बाजे के साथ निकाली जाती है। कुछ श्रद्धालु तो दण्डवत परिक्रमा करते हुये बाबा के मंदिर आते हैं। इस शोभायात्रा के दौरान बहुत सारी अतिशबाजी के साथ-साथ भक्तों को जगह-जगह प्रसाद वितरण भी किया जाता है।
Khatu Shyam Ji Falgun Mela Dates 2022 (08 March 2022 - 15 March 2022)
08 मार्च 2022 – मंगलवार (षष्ठी)
09 मार्च 2022 – बुधवार (सप्तमी)
10 मार्च 2022 – गुरूवार (सप्तमी)
11 मार्च 2022 – शुक्रवार (अष्टमी)
12 मार्च 2022 – शनिवार (नवमी)
13 मार्च 2022 – रविवार (दशमी)
14 मार्च 2022 – सोमवार (एकादशी)
15 मार्च 2022 – मंगलवार (द्वादशी)
श्री खाटूश्याम जी का मेला 2022 इस बार 08 मार्च 2022 से शुरू होगा। स्थानीय स्तर पर मेले की तैयारियां होने लगी हैं, वहीं देशभर में फैले श्याम भक्त लक्खी मेले में खाटूश्यामजी आने को बेताब हो रहे हैं। राजस्थान के सीकर जिले के खाटूधाम में भरने वाले बाबा श्याम के इस वार्षिक मेले में तकरीबन 30-40 लाख श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है। श्याम भक्तों को सुगम एवं सुरक्षित दर्शन हो सकें इसके लिए श्री श्याम मंदिर कमेटी सीकर जिला प्रशासन एवं ग्राम पंचायत खाटू पिछले एक माह से तैयारियों में जुटे हैं। बाबा श्याम के फाल्गुनी लक्खी मेला सीकर जिला प्रशासन की देखरेख में आयोजित होता है, जिसमें श्री श्याम मंदिर कमेटी दर्शन से लेकर आवास, भोजन, सफाई, विद्युत आदि व्यवस्थाओं का खर्चा अपने स्तर पर वहन करती है। श्री श्याम मंदिर कमेटी के मंत्री प्रताप सिंह चौहान व कोषाध्यक्ष श्याम सिंह चौहान ने बताया कि मेले की व्यवस्थाओं की तैयारियां कमेटी तकरीबन एक महिने पहले से ही शुरू कर देती है। जिसके चलते दर्शनार्थ आने वाले भक्तों को सुगमता से दर्शन हो सकें।
खाटू मेले से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां
1. दर्शनों के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है, सभी श्याम भक्त रजिस्ट्रेशन के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करे ।
ONLINE REGISTRATION FOR DARSHAN
2. यात्रा के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग अनिवार्य है।
3. सभी श्रद्धालुओं को यात्रा के दौरान हर वक्त मास्क पहनना जरूरी है।
4. अपने साथ हमेशा हैंड सैनिटाइजर रखें।
5. मेले में संद्ग्धि व्यक्तियों पर नजर रखने के लिए जिला प्रशासन श्री श्याम मंदिर कमेटी के सहयोग से सम्पूर्ण मेला क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरे लगवाएगा। इन सभी कैमरे की कंट्रोलिंग श्री श्याम मंदिर परिसर में बनाए गए पुलिस के मुख्य कार्यालय में अधिकारियों की देखरेख में होगी।
6. पुलिस अधिक्षक ने कहा कि मेले में दूसरे राज्यों के काफी भक्त आते है। इन भक्तों को मेले की व्यवस्थाओं की जानकारी देने के लिए टोल बूथों पर पंपलेट देने की बात कही। उन्होंने कहा कि मेले के दौरान कानून व्यवस्था में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बताया कि मेले में जगह-जगह सीसीटीवी लगवाई जाएगी।
7. संपूर्ण मेला क्षेत्र 24 घंटे सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में रहता है। बेरीकेटिग मजबुत करने व CCTV की संख्या मे बढोतरी होगी
8. सभी श्याम भक्त अपने वाहन से आते हैं उनके लिए तोरण द्वार के पास पार्किंग की व्यवस्था होती है।
9. यदि आप अपने निजी वाहन से यात्रा करते हैं तो जहां तक संभव हो सके आप अपना वाहन रींगस में ही पार्क करे दें ताकि आपको किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।
10. मेले के दौरान रिंग्स रोड पर वाहनों का प्रवेश बन्द कर दिया जायेगा
11. मेले में भक्तगण जेब कतरों से जरूर सावधान रहें।
12 यदि आप अपने परिवार सहित खाटूधाम आते हैं तो बच्चों का विशेष ध्यान दें। उनके जेब में नाम, पता व मोबाइल नम्बर की पर्ची जरूर रखें।
13. सभी श्याम भक्त बैग, पानी की बोटल व अन्य कीमती सामान मन्दिर के अन्दर न ले जाएं।
14. सभी श्याम भक्तों की सुविधा के लिए प्रशासन की उचित व्यवस्था होती है।
15. इस बार चलित शौचालयों की भी व्यव्स्था पर जोर दिया जायेगा
16. सुरक्षा को लेकर मेले मे जवान व स्काऊट गाइड ओर उनके साथ साथ स्वयंसेवक भी मेले मे सेवा देगे
17. कलेक्टर ने रोडवेज को यात्री भार को देखते हुए बस चलाने, स्वास्थ्य विभाग एंबुलेंस व दवा के इंतजाम करने, बिजली निगम को ढ़ीले तारों को ठीक कराने, जलदाय विभाग को पेयजल के इंतजाम करने सहित अन्य व्यवस्था करने के निर्देश दिए। जिला कलेक्टर ने मेला मजिस्ट्रेट को सर्कस, मौत का कुंआ, झूले आदि नहीं लगाने की अनुमति नहीं देने की बात कही। मेले में इस बार भी स्काउट गाइड के स्वयंसेवकों की सेवा ली जाएगी।
18. सीकर जिला प्रशासन और श्री श्याम मन्दिर कमेटी मिलकर मेले की व्यवस्था सँभालते हैं। जिसमे वाहनों की पार्किंग, रोडवेज बसें, स्वास्थ्य सेवायें, एम्बुलेंस, दवायें, बिजली, पानी, सीसी टीवी कैमरे आदि का उचित प्रबंध किया जाता है ताकि आने वाले भक्तो को किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो।
बाबाश्याम के दर अब कोई नहीं वीआईपी
खाटू मेले की तैयारियों को लेकर अब प्रशासन गंभीर हो गया है। हर मेले में व्यवस्थाओं को बेपटरी करने वाली वीआईपी पास व्यवस्था को इस बार प्रशासन ने खत्म कर दिया है। मेले की व्यवस्थाओं को सुधारने के लिए पुलिस व प्रशासन ने कई नवाचारों को हरी झंडी दी है। बैठक में जिला कलेक्टर ने कहा कि प्रशासन की पहली प्राथमिकता है कि भक्तों को किसी तरह की परेशानी नहीं हो। इस बार खाटू मेला 08 मार्च 2022 से 15 मार्च 2022 तक भरेगा। उन्होंने कहा कि पार्किंग व्यवस्था निशुल्क रखी जाएगी। भंडारे आदि भी पार्किंग क्षेत्र से बाहर ही लगेंगे।
धर्मशाला, होटलों में बिना पहचान पत्र के यात्रियों को नहीं रखा जा सकेगा। दुकानों में अग्निशमन व्यवस्था करनी होगी। अग्निशमन यंत्र नहीं रखने वाले दुकानदारों पर भी कार्रवाई की जायेगी। होटल, रेस्टोरेंट, भंडारे, मंदिर कमेटी रसोई आदि में घरेलू गैस सिलेंडर का उपयोग करते हुए पकड़े जाने पर कार्रवाई की जायेगी। बैठक में तय हुआ कि श्याम मंदिर कमेटी की ओर से अस्थाई शौचालय बनाये जाएंगे।
बाबाश्याम के मेले का ये है पदयात्रा मार्ग
मेले के दौरान श्याम मंदिर तक आने के लिये प्रशासन ने रींगस रोड से सरकारी पार्किंग से बिजली ग्रिड, खटीकान मोहल्ला, केहरपुरा तिराहे से लामिया तिराहे से रावण टीबे के पास की चारागाह भूमि पर बने जिगजैग में से होकर कुमावतों के खेत में से होकर श्री श्याम बगीची के पास स्थित मुख्य मैला मैदान में बने जिगजैग से होकर श्री श्याम मंदिर में प्रवेश करना होगा।
इन पर रहेगी पूरी तरह से पाबंदी
1. मेले के दौरान डीजे, साउण्ड सिस्टम पर प्रतिबंध रहेगा ।
2. खाटू नगर में पार्किंग से लेकर सम्पूर्ण कस्बे में कोई भण्डारा नहीं लगाया जाएगा।
3. भण्डारा संचालकों को पार्किग के लिए भी छोडनी होगी जगह।
4. मण्ढ़ा तिराहे से लामियां रोड़ तथा खाटू-रींगस रोड को नो वैन्डर जोन घोषित।
5. मेले में आने वाले श्याम भक्त सुगमता से बाबा श्याम के दर्शन के लिए खाटूधाम आ सकें। इसके लिए प्रशासन ने इस बार भी मेला अवधी में डीजे पर पूर्णतया पाबंदी लगा दी है।
6. मेले में किसी प्रकार की अव्यवस्था न हो इसके लिए खाटूधाम की तमाम धर्मशालाओं के बाहर किसी प्रकार का भण्डारा नहीं लगाने के आदेश दिए हैं। साथ ही कीर्तन व जागरण के दौरान तेज साउण्ड बजाने वाले पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
इन मार्गों से आ सकते हैं खाटूधाम
बाबा श्याम के दर्शन को खाटूधाम आने के सड़क, रेल और वायु मार्ग है। जयपुर के सांगानेर एयरपोर्ट से देश सहित विदेशों की उड़ाने हैं। जहां से 100 किमी दूरी से टेक्सी के जरिए आया जा सकता है।
वहीं जयपुर, रींगस और सीकर रेल मार्ग से जुड़े हुए हैं। मेले में रेल प्रशासन की ओर से अतिरिक्त रेल चलाई जाती हैं। दिल्ली से सड़क मार्ग से गुडग़ाव, कोटपूतली, नीमकाथाना, श्रीमाधोपुर से रींगस होते हुए बस व कार से खाटू आया जा सकता है।
इसके अलावा सीकर, दांतारामगढ, रेनवाल से भी सड़क मार्ग से खाटू सीधा पहुंचा जा सकता है।
यदि आप अलग-अलग राज्यों से आते हैं तो नीचे दिये गये लिंक पर क्लिक करके अपने राज्य का नाम डालें और पूरी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
सभी श्याम प्रेमियों को इस लख्खी मेले की श्री खाटू श्याम जी दर्शन परिवार की ओर से लख लख बधाई व शुभकामनाएं, बाबा श्याम आप सब की मनोकामना पूरी करे 🙌🏻🙌🏻❤।। प्रेम से बोलो श्याम प्यारे की जय।।❤