--राष्ट्रीय सोशल मीडिया संघ का समाज को संदेश--
- अल्हागंज। विजयादशमी का पर्व न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है बल्कि यह भारतीय संस्कृति और मानवीय मूल्यों का जीवंत प्रतीक है। इस अवसर पर राष्ट्रीय सोशल मीडिया संघ ने समाज को संदेश देते हुए कहा कि यह पर्व हमें सत्य, धर्म और न्याय की राह पर चलने की प्रेरणा देता है।
संघ ने अपने संदेश में कहा कि जैसे भगवान श्रीराम ने रावण के अहंकार और अन्याय का अंत किया, वैसे ही आज हमें भी समाज में फैली नकारात्मक सोच, भ्रष्टाचार, हिंसा और वैमनस्य जैसी बुराइयों का दहन करना होगा।
👉 सोशल मीडिया को सकारात्मकता का माध्यम बनाने का संकल्प
संघ ने यह भी स्पष्ट किया कि सोशल मीडिया के इस दौर में हर नागरिक की जिम्मेदारी और बढ़ गई है। शब्दों और संदेशों की शक्ति अपार होती है, इसलिए इस मंच का उपयोग केवल सकारात्मकता, भाईचारे और जागरूकता फैलाने के लिए किया जाना चाहिए।
👉 संघ का आह्वान
अफवाहों और झूठी सूचनाओं से दूरी रखें।
सोशल मीडिया पर सद्भाव और सहयोग के संदेश फैलाएँ।
बच्चों और युवाओं को भारतीय संस्कृति व परंपराओं से जोड़ें।
अपनी वाणी और लेखनी को समाज की भलाई हेतु प्रयोग करें।
👉 पर्व का संदेश
संघ ने कहा— “विजयादशमी हमें यह सिखाती है कि चाहे अधर्म और अन्याय कितना भी प्रबल क्यों न हो, अंततः विजय सत्य और धर्म की ही होती है।”
जय श्रीराम – असत्य पर सत्य की सदा विजय हो
— राष्ट्रीय सोशल मीडिया संघ



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