नारी अनुपम है,
नारी तेरी छाया कमल,
सहनशीलता में विमल
समर्पित भाव है अतुल
खुदा का श्रेष्ठ सृजन फूल।।
एकैक अदा है सुषमा ,
नखशिख वर्णन उत्तम
धैर्य,कर्तव्यबोध में राम
हर युग में बाल है ॠणी।।
बेटी,बहन,पत्नी,माता,
हर किरदार है पूजनीय
यशोदा,कुंती,गांधारी है
श्रीकृष्ण,राम की जननी।।
स्रष्टा का अनुपम भेंट
फूरसत से है बनाया री
सूरज,चांद तक सफर
हर शोख तेरा मनोहर।।
नारी तेरी छाया कमल
हृदय समर्पित ,विमल
समाज की आन,शान
समग्र कायनात मोहन।।
प्रेषिका
श्रीमती अरुणा अग्रवाल
लोरमी, जिला मुंगेली, छ, ग,
संपर्क: 9981830087,,