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पहला सुख निरोगी काया योगासन कर जीवन पाया।


 पहला सुख निरोगी काया

योगासन कर जीवन पाया।

योग के आयाम है अनेक 

स्वस्थ तन स्वस्थ हो मन।

सुखी जीवन का हो नियम।

विभिन्न व्यायाम प्राणायाम,

पद्मासन,वज्रासन पूरक 

रेंचक श्वास ध्यान रोग करे ।

मन को शांत ,रोग से मुक्ति 

योग से उपजी कायाकल्प 

जीवन सुखी तन मन निरोग 

समृद्धि का बने संजोग।

योग से रक्त संचार, शरीर का 

उत्थान, नई शक्ति का वास, नेत्र 

शुद्धि ताकत मन का संतोष ।

जीवन सफलता का मंत्र।

दीर्घायु पंचतंत्रों का हो वास।

सफल योगासन के साथ

मोटापा योग से घटे रोग हटे।

लगन, मेहनत से हलासन योग

दूर दृष्टि का हो विस्तार।

इक्कीस जून अंतराष्ट्रीय दिवस

का महत्व जानो, महत्व समझो

करो योग का प्रचार प्रसार।

निरंतर योग से हो स्वस्थ जीवन 

का सदा विकास। मजबूत 

वक्ष मानव चित्त हृदय तल ।

मजबूत बनाए ।


डॉ संजीदा खानम शाहीन

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