सांझ ढलते ही दौड़ते नजर आते हैं ट्रैक्टर-ट्राली शिकायत पर शिकायतकर्ता को मिलनी शुरू हो जाती धमकी
- अल्हागंज। क्षेत्र में अलग-अलग सेंटिंग कर खनन माफिया बेलाखेडा में डंके की चोट पर रामगंगा नदी से बालू व मिट्टी का खनन करने में जुटे हैं। रात के समय रामगंगा की छाती को छलनी किया जा रहा है। ग्रामीणों की माने तो अधिकारियों के संरक्षण में बेलाखेडा क्षेत्र में बालू व मिट्टी का खनन जोरों पर है। शिकायत करने का लाभ अब मिलना बंद हो गया है क्योंकि अधिकारियों के संरक्षण मे मे अवैध खनन चल रहा है रात मे अधिकारी पकड कर सेंटिंग करने के उपरांत छोड देते है और शिकायत कर्ता की जानकारी देकर उस पर दवाव बनवाते है यहा तक की खनन माफियाओं से ज्यादा शिकायत कर्ता की आफत आ जाती है।
जलालाबाद तहसील क्षेत्र में रामगंगा नदी पर रात के समय अवैध खनन हो रहा है। सबसे अधिक खनन बेलाखेडा से बालू व मिट्टी का किया जा रहा है। नदी से हर रोज विभिन्न घाटों से करीब पांच दर्जन ट्रैक्टर ट्राली खनन करने में लगे हैं। रामगंगा बेलाखेडा से हर रोज आधा दर्जन ट्रैक्टर-ट्राली सांझ ढलते ही खनन में जुट जाते हैं। यह काम सुबह 6 बजे तक बदस्तूर जारी रहता है।
दो हजार रुपये प्रति ट्राली हैं बालू भाव तथा एक हजार मिट्टी
फुटकर में एक ट्राली बालू की कीमत दो हजार रुपये की हैं। अगर दूसरे क्षेत्र में मांग है तो इसकी कीमत बढ़ जाती हैं। वही मिट्टी का भी रेट दूरी के हिसाब से एक हजार रूपये से शुरू है। समापुर व अल्हागंज के खनन माफियो के साथ यादव जी का डंका बज रहा है अधिकारियों से सेंटिंग रहती है इसलिए उनकी ट्राली रौकने की हिम्मत अधिकारियों मे भी नही है सूत्रो की माने तो अधिकारी उनकी ट्रालियों को निकलवाने का काम रात्री मे बेकोफ करते है। पैसो की ताकत से उनका डंका कायम है।