अल्हागंज। कस्बे में झोलाछाप डॉक्टरों की भरमार है, जिसके कारण आम गरीब लोग गंभीर बीमारियों का शिकार होते जा रहे हैं। लोगों के स्वास्थ्य की चिंता करते हुए उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री ने झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ विशेष अभियान चलाकर कार्यवाही करने का निर्देश दिया है। इसी के क्रम में कस्बे मे स्वास्थय विभाग की टीम ने छापेमारी की जिसमे कई लैवो को चेतावनी दी गयी व झौलाछाप डाक्टर सटर डालकर फरार हो गये।
आपको बता दें कि कस्बे में जहां स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगातार झोलाछाप डॉक्टरों पर अंकुश लगाने के लिए कार्रवाई करने की बात कही जाती है, लेकिन इसके बाद भी दिनों दिन झोलाछाप डॉक्टरों की संख्या बढ़ती जा रही है, जिसका शिकार आम गरीब लोग हो रहे हैं। मानक के विपरीत दवा देने के कारण लिवर, कैंसर, गुर्दा आदि जैसे गंभीर बीमारी से लोग ग्रसित हो जा रहे हैं। हालांकि सूत्रों की माने तो कस्बे में दिनों दिन झोला छाप डॉक्टरों की भरमार, स्वास्थ्य विभाग की नाकामी के चलते होती जा रही है। यह भी कहा जा रहा है की जांच करने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम जाती है और उनको डरा धमका कर वसूली करके चली आती है, जिससे वह फिर से लोगों को गंभीर बीमारियों में झोंकने के लिए लग जाते हैं। लेकिन शुक्रवार को स्वास्थय विभाग की टीम ने क ई क्लीनिको पर छापेमारी की जिसमे समापुर मोड क्लीनिक पर आधा घण्टा टीम देख रेख करती रही जहा झौलाछाप डाक्टर पहले ही सटर डालकर फरार हो गया वही दो पैथोलॉजी पर टीम पहुची और चेतावनी देकर दुकान बं करने के निर्देश दिये। स्वास्थय विभाग की टीम की खबर आग की तरह फैल गयी और फटाफट नगर के 70 प्रतिशत दुकाने सटर डाल कर भाग गये। वही टीम रजिस्ट्रेशन राममूर्ती क्लीनिक पर पहुची जहा कागजात देख बापस लोट गये और आसपास की दुकाने चेतावनी देकर बंद करा दी। वही नोडल अधिकारी ने जल्द दुबारा छापेमारी कर अवैध क्लीनिक बंद करने के निर्देश दिये है।