मोंको ना छोड़ तुम जाव रे
सुन सांवरे,
मोंको ना छोड़ तुम जाव रे।
अरे तू ही है जीवन मेरो,
तू ही आधार रे,
सुन सांवरे,
मोंको ना छोड़ तुम जाव रे।।
कौन नहायगो तोंको,
कौन खिलायगो,
अरे कौन करैगो तोंसे लाड रे।
मोंको ना छोड़ तुम जाव रे।।
घर सूना, आंगन सब सूना,
अरे सूना मेरो संसार रे।
मोंको ना छोड़ तुम जाव रे।।
जो - जो कहोगे, वो - वो करौंगी,
सेवा को खड़ी, सारी रात मैं रहौंगी,
अरे अब ना लगाऊंगी तोंहे डांट रे।
मोंको ना छोड़ तुम जाव रे।।
रोय रही गइया, रोवे नंद बाबा,
अरे रोए सारा नंद गांव रे।
मोंको ना छोड़ तुम जाव रे।।
ग्वाल- बाल गोपीयों के गुरुर साथ जायगो,
गांव गोकुल के सारा गर्व ले जायगो,
अरे जायगो मेरो, तेरो संग प्राण रे।
मोंको ना छोड़ तुम जाव रे।।
स्वरचित_मौलिक_अर्चना गाजीपुर उत्तर प्रदेश