--मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई निरीक्षण कर बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री वितरित की
--डबल इंजन की सरकार पूरी प्रतिबद्धता के साथ बाढ़ पीड़ितों के साथ है, बाढ़ पीड़ितों की हर संभव सहायता की जाएगीः सीएम योगी
--सर्प दंश अथवा जंगली जानवर से जनहानि होने पर पीड़ित परिवार को 4 लाख की सहायताः सीएम योगी
--जनहानि होने पर तत्काल पीड़ित परिवारों को आपदा राहत कोष से राहत राशि प्रदान की जायेः सीएम योगी
- शाहजहाँपुर। जनपद के ग्राम मिर्जापुर पहुंच कर मुख्यमंत्री योगी अदित्यनाथ ने बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों का निरीक्षण किया। बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का हवाई निरीक्षण करने के उपरांत उन्होंने शिवमंगल सिंह डिग्री कॉलेज पहुंच कर बाढ़ पीड़ितों को राहत किट वितरित की। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में कहा कि प्रदेश के 721 गांव बाढ़ प्रभावित है। पहले चरण में यमुना नदी में आई बाढ़ के कारण सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, शामली, बिजनौर, बागपत, गाजियाबाद जनपद प्रभावित हुए थे। दूसरे फेज में गंगा नदी में आई बाढ़ के कारण बदायूं, शाहजहांपुर, कासगंज, फर्रुखाबाद आदि प्रभावित हुए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के अंदर आपदा के समय प्रदेश सरकार व केंद्र सरकार की संवेदना सभी पीड़ित परिवारों के साथ है।
उन्होंने कहा कि मैं आश्वस्त करने के लिए आया हूं कि डबल इंजन की सरकार आपदा के समय आपके साथ खड़ी है। पीड़ितों की सहायता पूरी प्रतिबद्धता के साथ करने का हर संभव प्रयास सरकार कर रही है। उन्होंने बताया कि जैसे यहां पर राहत सामग्री का वितरण हो रहा है वैसे ही प्रदेश सरकार द्वारा हर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत सामग्री का वितरण लगातार किया जा रहा है, जिसमें 10 किलो चावल, 10 किलो आटा, 10 किलो आलू, चना 5 किलो, 2 किलो अरहर की दाल, रिफाइंड तेल, मसाले, बरसाती आदि सभी लोगों को उपलब्ध कराने के साथ, पशुओं के चारे का भी प्रबंध किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि एंटी स्नेक वेनम वैक्सीन भी हर पीएचसी पर पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराए गए हैं। सीएम योगी ने जिला प्रशासन को यह बात सुनिश्चित करने हेतु निर्देशित किया की जनहानि पर तत्काल पीड़ित परिवारों को आपदा राहत कोष से राहत राशि प्रदान की जानी चाहिए। उन्होने कहा पशु हानि पर भी मुआवजे की राशि पीड़ित परिवार को दी जानी चाहिए, इसके अलावा उन्होने मकान क्षतिग्रस्त होने पर नया आवास हेतु प्रधानमंत्री आवास योजना तथा मुख्यमंत्री आवास योजना से आच्छादित करने के निर्देश दिए। सर्प दंश या किसी जंगली जानवर के कारण मानव जनहानि होने पर परिवार को 04 लाख की सहायता राशि उपलब्ध कराने के निर्देश भी सीएम योगी ने दिए। उन्होंने कहा कि फसल का नुकसान इस बार ज्यादा हुआ है इसलिए तत्काल इसका सर्वे किया जाये और इसका सर्वे रिपोर्ट तत्काल शासन को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए, जिससे सभी पीड़ित किसानों को सरकार की ओर से मुआवजा उपलब्ध करवाने की कार्यवाही सुनिश्चित की जा सके। मुख्यमंत्री योगी ने गंगा, रामगंगा, काली नदी द्वारा आने वाली बाढ़ की समस्या से निपटने हेतु सिंचाई विभाग को स्थाई समाधान करने हेतु निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में महीने में 2 से 3 बार राहत सामग्री वितरित की जा रही है। साथ ही उन्होने जनपद के प्रभावित सभी क्षेत्रों में राहत सामग्री वितरित करने के भी निर्देश दिये। जलालाबाद में क्षतिग्रस्त सेतु को पुनः निर्माण करने हेतु भी मुख्यमंत्री ने निर्देशित किया। उन्होने कहा कि हर पीड़ित परिवार के साथ में हमारे जनप्रतिनिधि, प्रदेश सरकार के मंत्री, केन्द्र सरकार के मंत्री, माननीय सासंद,माननीय विधायकगण, जिलापंचायत अध्यक्ष, महापौर सभी आपदा के समय पूरी प्रतिबद्धता के साथ सहयोग करने हेतु कार्य कर रहे है। कलान तहसील में प्रतिवर्ष आने वाली बाढ़ की समस्या से निपटने के लिये कार्ययोजना बनाने हेतु भी सम्बन्धित विभाग को निर्देशित किया। उन्होने सभी जनपदवासियों को रक्षाबंधन की शुभकामनाए देते हुये अपने संबोधन को समाप्त किया।