बंडा नगर पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ उनके ही 12 सभासद धरने पर बैठ गए। उनका आरोप है कि चेयरमैन ने मुस्लिम बहुल इलाकों में विकास कराने के लिए सड़क बनाए जाने के प्रस्ताव पास किए हैं। चेयरमैन और उनके भाई के जिस जगह पर प्लाट हैं, उन प्लाटों की कीमत बढ़ाने के लिए 49 सड़कों को पास कराया गया है।
सभासदों के बगैर साइन के प्रस्ताव पास कर दिए गए। उन्होंने मांग की प्रस्ताव को निरस्त कर दोबारा से प्रक्रिया को पूरा किया जाए। मांगें पूरी नहीं होने पर सोमवार से भूख हड़ताल की भी चेतावनी दी। वहीं चेयरमैन ने आरोपों को निराधार बताया है।
बंडा नगर पंचायत की जनता ने निकाय चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी मोहम्मद इशहाक को चुना था। इस क्षेत्र में 15 सभासद चुने गए थे। जिसमें से 12 सभासदों ने अपने ही चेयरमैन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। तीन दिन से 12 सभासद नगर पंचायत कार्यालय के अदर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। उनका आरोप है कि बंडा क्षेत्र के मुस्लिम इलाकों और उस जगह की 49 सड़कों को पास किया गया है। जहां पर चेयरमैन और उनके भाई के प्लाट हैं। उन प्लाट पर प्लाटिंग की जा रही है। ताकि रोड बनने के बाद उसकी कीमत ज्यादा हो जाए।
उनका आरोप है कि क्षेत्र के अन्य वार्ड भी हैं, लेकिन उन वार्डों में एक भी रोड को पास नहीं किया गया। अपने समुदाय के लोगों का विकास कराकर चैयरमेन भेदभाव कर रहे हैं। सभासदों ने कहा कि 49 सड़कों का प्रस्ताव बनाकर पास कर दिया गया। जबकि उन प्रस्ताव पर किसी भी सभासद के साइन नहीं कराए गए। न ही इन प्रस्ताव के बारे में जानकारी दी गई। कहा कि अगर बंडा क्षेत्र के संपूर्ण वार्डों से दो-दो, चार-चार गलियां को बनाने का प्रस्ताव रखा जाता तो, शायद सभासद विरोध नही करते। सभासदों ने प्रस्ताव निरस्त नहीं होने पर भूख हड़ताल की चेतावनी दी।
वहीं बंडा नगर पंचायत अध्यक्ष मोहम्मद इशहाक ने बताया कि प्रक्रिया के अनुसार प्रस्ताव पास किए गए हैं। ऐसा नहीं है कि सिर्फ मुस्लिम इलाकों में ही प्रस्ताव पास किए गए हैं। बंडा नगर पंचायत क्षेत्र की जनता ने वोट देकर जीत दिलाई है। इसलिए पूरे बंडा का