- फर्रुखाबाद में गांगा खतरे के निशान से 20 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गईं है। इससे बदायूं मार्ग पर आवागमन प्रभावित हुआ है। गांव चित्रकूट के पास तीन फिट से अधिक गंगा का पानी सड़क पर बह रहा है। वही राजेपुर कस्बे में गंगा की बाढ़ का पानी पहुंच गया है।
पांचाल घाट पर गंगा का जलस्तर 137.30 सेंटीमीटर पर पहुंच गया है। जबकि रामगंगा में पानी पांच सेंटीमीटर कम हुआ है। बदायूं मार्ग पर चित्रकूट के पास सड़क पर तेज रफ्तार के साथ तीन फिट पानी बह रहा है। राजेपुर तिराहा पर दो फिट पानी बह रहा है। जिले में अब तब बाढ़ की चपेट में 100 गांव के करीब आ गए है। गांव में पानी भरने के कारण ग्रामीण नाव के सहारे आवागमन कर रहे हैं।
इटावा बरेली हाईवे पर हो रहा रिसाव
यह गांव है प्रभावित
गंगा की बाढ़ का पानी करनपुर, कुडरी, सारंगपुर, मंझा की मडैया, तीसराम की मडैया, बंगला, चित्रकूट, अंबरपुर, आशा की मडैया, उदयपुर, रामपुर, माखन नगला, रामप्रसाद नगला, कालिका नगला, बलीपट्टी, रम्महौआ, आसमपुर, कलेक्टरगंज, तौफीक की मड़ैया, ताजपुर, आसमपुर, कुबेरपुर, कुबेरपुर की मड़ैया, रतनपुर, कुसुमापुर, कुतलूपुर, भाऊपुर चौरासी, दौलतपुर चकई, हरिहरपुर, वीरपुर, अलीगढ़, कड़क्का, इमादपुर पमारान, वीरपुर की मड़ैया, हमीरपुर सोमवंशी, गाजीपुर, गाजीपुर की मड़ैया, चैन, खानपुर, बरुआ, चित्रकूट, अंबरपुर, गांधी, महदपुर, महदपुर गड़िया, जमापुर, गोटिया, गोटिया पूर्वी, आशा की मड़ैया,उदयपुर जोगराजपुर, सबलपुर सहित लगभग 100 गांव बाढ़ की चपेट में है।
मक्का, मूंगफली की फसलें हुईं बर्बाद
गंगा की बाढ़ से मक्का, मूंगफली, शिवाला की हजारों बीघा फसल बर्बाद हो गई है। मूंगफली और शिवाला गल चुका है, मगर खेतों में मक्का की फसल तैयार है। अब पांच-पांच फीट पानी भरा है। लिहाजा लोग मजदूरों को लगाकर बाढ़ के पानी में नाव डालकर भुंटा भरकर ला रहे हैं।