- अल्हागंज- 6 दिसम्बर 2022(अमित वाजपेयी/श्याम सुंदर)। ग्राम रतनापुर में संगीतमय श्रीमद भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है। ग्राम पंचायत भरथौली के रतनापुर मे चल रही संगीतमयी श्रीमद भागवत कथा के पांचवें दिवस कृष्ण भगवान जन्म की कथा सुन श्रोता भावविभोर हो गये।
श्रीमद् भागवत कथा मनुष्य को जीवन जीने और मरने की कला सिखाती है। मनुष्य को जीवन परमात्मा ने दिया है लेकिन जीवन जीने की कला हमें सत्संग से प्राप्त होती है। सत्संग का मनुष्य के जीवन में बड़ा महत्व है। श्रीमद भागवत कथा के पांचवे दिन कृष्ण जन्म की कथा का वर्णन किया। कथा वाचक संतोष मिश्र महाराज ने श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की कथा का वाचन करते हुए कहा कि भगवान भक्तों के वश में हैं। भगवान हमेशा अपने भक्तों का ध्यान रखते हैं। उन्होंने कहा कि जब जब धरती पर पाप, अनाचार बढ़ता है तब तब भगवान श्रीहरि धरा पर किसी न किसी रूप में अवतार लेकर भक्तों के संकट को हरते हैं। उन्होंने कहा कि जब कंस के पापों का घड़ा भर गया, तब भगवान श्री कृष्ण ने जन्म लेकर कंस का अंत किया और लोगों को पापी राजा से मुक्ति दिलाई। कथा के दौरान कई भक्तिपूर्ण भजन प्रस्तुत किए। जिनमें नंद घर जन्में कन्हैया, कान्हा अब तो ले लो अवतार बृज में,नन्हें आदि कृष्ण द्वारा जन्म के छठे दिन ही शकटासुर का वध कर दिया, सातवें दिन पूतना को मौत की नींद सुला दिया। तीन महीने के थे तो कान्हा ने व्योमासुर को मार गिराया। प्रभु ने बाल्यकाल में ही कालिया वध किया और सात वर्ष की आयु में गोवर्धन पर्वत को उठा कर इंद्र के अभिमान को चूर-चूर किया। गोकुल में गोचरण किया तथा गीता का उपदेश देकर हमें कर्मयोग का ज्ञान सिखाया। प्रत्येक व्यक्ति को कर्म के माध्यम से जीवन में अग्रसर रहना चाहिए। इस मौके पर कथा यजमान ग्राम प्रधान राममुरारी शुक्ला ,रामलखन शुक्ला, गुड्डू शुक्ला,गुलाब चंद्र त्रिपाठी, आदित्य शुक्ला, श्याम सुंदर शुक्ला,अमित मिश्रा सहित तमाम भक्त मौजूद रहे।