--चोरी से मिट्टी व बालू खनन का नदी किनारे चल रहा था काम--
--खनन माफियाओं के आपस मे लगातार टकराव के कारण हो रही थी शिकायतें--
- अल्हागंज। चोरी से मिट्टी के अवैध खनन का कारोबार चल रहा है। खनन अधिकारी ने बेलाखेडा क्षेत्र के रामगंगा नदी के पास मिट्टी खनन करते जेसीबी व ट्रैक्टर को पकड़ लिया। बाकी के ट्रैक्टर ट्राली भागने में कामयाब रहे। पकडे गये वाहनों को पुलिस की अभिरक्षा मे दे दिया गया।
प्राप्त हुई जानकारी के अनुसार बेलाखेडा क्षेत्र के रामगंगा नदी के पास से मिट्टी का अवैध तरीके से खनन किया जा रहा था। यहां राजस्व विभाग ने खनन का कोई पट्टा भी निर्गत नहीं किया है।हो रही शिकायतों के बाद खनन विभाग ने एक जेसीबी व एक ट्रैक्टर को मौके पर पकड़ लिया। दोनों वाहनों को पुलिस की सुपुर्दगी में दे दिया गया बेलाखेडा गांव क्षेत्र के रामगंगा नदी किनारे जेसीबी मशीन से खनन होकर ट्रैक्टर ट्रालियों में भर कर कस्बे मे बिक्री की जा रही है। जिसमें क्षेत्र के तमाम ट्रैक्टर ट्रालिया लगी हुई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार कुछ दिन पूर्व दो खनन माफिया आपस मे अवैध खनन को लेकर लड गये थे जिसके बाद एक ने फर्जी नाम से शिकायतें की थी जिसके बाद दोनों खनन माफियाओं मे समझौता हो गया था बताते है दो दिन पूर्व फिर तीसरे खनन माफिया द्वारा मिट्टी भरने को लेकर मारपीट हुई थी क्योंकि तीसरा व्यक्ति फावडों से खनन करने की जिद पर अडा था तो वही अन्य माफियाओं का कहना था कि जो भी ट्रैक्टर चलेगे वो जेसीबी पर ही चलेगे। मिली जानकारी के मुताबिक जिसके बाद तीसरे व्यक्ति द्वारा खनन अधिकारी को सूचना देकर तमाम शिकायते कर अवैध खनन को बंद कराने की मांग की गयी थी। अवैध खनन की सूचना जिलाधिकारी को भी दी गयी थी। जिसके बाद रविवार की रात अधिकारियों ने छापेमारी की जिसमें जेसीबी मशीन व ट्रैक्टर तो मौके पर पकड लिया गया बाकी के ट्रैक्टर ट्राली भागने मे कामयाब रहे। ग्रामीणों का कहना है कि फावडों से ट्रालिया देर मे भर पाती है इसलिए जेसीबी द्वारा दो मिनट मे एक ट्राली भर दी जाती है। काफी समय से चल रहे अवैध खनन को एक दूसरे के टकराव मे आखिर पकडा गया। खनन माफियाओं के आपस का मनमुटाव अधिकारियों की मुसीबत बन गया था रौजाना हो रही शिकायतों को संज्ञान लेकर अधिकारियों ने कार्यवाही कर डाली। क्षेत्र मे हो रहे बालू व मिट्टी का चोरी से खनन कर राजस्व विभाग को नुकसान पहुंचाया जा रहा था। बड़े पैमाने पर तहसील प्रशासन को राजस्व की चोट पहुंचाई जा रही है। खनन के वाहन थाना व पुलिस चौकियों के सामने से गुजरते हैं। फिर भी जिम्मेदार जानकर भी अंजान बने रहते हैं।