बाबा साहेब तुम्हें प्रणाम
माता श्रीमती भीमा बाई,
पिता राम मालो सकपाल।
14 अप्रैल 1891 को,
जिनके घर आया धरती का लाल।
महू छावनी जन्म स्थल,
अम्बा बाड़े जिनका ग्राम।
छुआ छूत के लिए,
जीवन भर किया संग्राम।
पीएचडी कर अर्थशास्त्री बने,
भारत का बढ़ाया मान।
बाबा साहेब डॉ अंबेडकर ने,
देश हित में किया संविधान निर्माण।
गरीब असहाय के जीवन में,
डाले फिर से नए प्राण।
भेद- भाव सारे मिटाकर,
समानता का अधिकार दिलाया।
दलितों का मसीहा बनकर,
आत्मसम्मान से जीना सिखाया।
बाबा साहेब जनहित में,
करते रहे हर काम ।
ऐसे देश के महापुरुष को,
हम करते शत शत प्रणाम।।
ममता साहू कांकेर छत्तीसगढ़