जन्मदिवस पच्चीस दिसंबर मनाया
जाता ,अटल जी का जब जनम दिवस आता ।
ऐसे महान विभूति को इस तरह भी
याद किया जाता ।
पल पल श्रद्धा सुमन अर्पित किया जाता ।
ऐसे थे अटल हमारे जिन पर सब
वारे वारे।
आपकी प्रतिभा का बोलबाला
जीवन लुटा दे सारा मतवाला ।
आपकी वाणी देती खुशहाली
अटल की जब करते रखवाली ।
मतवाले उपदेशों में देश झूमता
द्वेषों में ।
होता जब परिवेश है गोया कि
सब दरवेश है ।
पदम विभूषण सम्मान पाया अटल ने
अमर ,अचल कहलाए ध्रुव तारा
धरती का ।ऐसे महापुरुष का
खिताब पाया ।
नेता के परिवेश में धर्म ,कर्म निभाया
अटल ने।
ऐसे थे अटल हमारे जिन पर सब
वारे वारे।
सच्चाई गुणों की मुकम्मल खान है
महत्वकांशी अटल जिनका नाम है ।
जौहर जिसका हथियार मेहनत हौसला यार है ।
ऐसे थे अटल हमारे जिनपर सब वारे वारे।
मौलिक अप्रकाशित स्वरचित
डॉ संजीदा खानम शाहीन ✍️🌹