परिवार बालो ने डाक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए दी तहरीर मुकदमा दर्ज
- अल्हागंज। कस्बे में एक प्राइवेट हॉस्पिटल में सिजेरियन डिलीवरी के बाद प्रसूता की हालत बिगड़ गई। उसे गंभीर हालत में फर्रूखाबाद ले जाते समय प्रसूता ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। इसके बाद परिजन ने फर्रूखाबाद दिखाया जहां डाक्टरों ने मृत घौशित कर दिया। परिजन शव को वापस लेकर थाने पहुचे पुलिस ने तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
जानकारी के अनुसार क्षेत्र के गांव धर्मपुर पिडरिया निवासी प्रसूता राखी (40) पत्नी बलवीर को बृहस्पतिवार को कस्बे के प्राइवेट ओम शिव अस्पताल में भर्ती कराया गया था। गुरुवार को सिजेरियन डिलीवरी से उसने बेटी को जन्म दिया। इसके बाद उसकी हालत बिगड़ीती चली गयी। हालात बिगडने पर डाक्टर ने परिजनो से कहा कि आप शाहजहांपुर ले जाए तो परिजनो ने डाक्टर को साथ चलने के लिए कहा बताते है कि डाक्टर की गाडी आगे आगे अल्हागंज से कोयला गांव तक गयी जिसके बाद वह फरार हो गये परिजन मजबूरी मे राखी को बापस नजदीकी फर्रुखाबाद हॉस्पिटल ले जा रहे थे रास्ते मे हालत बिगडती चली गयी फर्रुखाबाद पहुचने पर डाक्टरों ने राखी को मृत घोशित कर दिया। जिसके बाद परिजन शव को गांव ले आए और पुलिस मे ऊ शिव अस्पताल के डाक्टर पर आपरेशन मे लापरवाही बतरने का आरोप लगाते हुए तहरीर दी। पुलिस ने शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मुकदमा दर्ज कर जांच शुरु कर दी है। इससे पूर्व भी इस अस्पताल मे घटनाए होने के बाद भी स्वास्थय विभाग की लापरवाही रही। इस अस्पताल मे आए दिन डाक्टर बदलते रहते है। कुछ दिन इस अस्पताल मे अल्ट्रासाउन्ड भी किये गये बडे बडे बैनरो से प्रचार प्रसार भी किये गये कुछ दिन बाद मशीन को खराब बताते हुए अल्ट्रासाउन्ड होने बंद हो गये। मृतक राखी की प्रथम पुत्री नीशू उम्र 18 वर्ष द्वितीय पुत्री रूपा उम्र 13 वर्ष तृतीय पुत्री सव्या उम्र 4 वर्ष डिलवरी के दौरान भी पुत्री ने ही जन्म लिया था। तीनो पुत्रियों का रो रो कर बुरा हाल था। गांव मे हादसा सुन आंसू रूक नही रहे थे।
नगर मे झौलाछाप डाक्टरो की भरमार स्वास्थय विभाग की छापेमारी मे नतीजा जीरो
कस्बे मे तमाम प्राईवेट अस्पताल क्लीनिक लैवे बगैर रजिस्ट्रेन के चल रही है घटनाए होने पर विभाग कुछ दिन दिखाबा के लिए छापेमारी कर इतिश्री कर लेता है। क ई बार तो नोटिस देकर मामले को निपटा लेता है जबकि शासन के शख्त आदेश के बाद हर तहसील मे नोडल अधिकारी भी तैनात किये गये इसके बाद भी कार्यवाही जीरो।