- अल्हागंज। बरसात के मौसम में जानवरों में होने वाली जानलेवा बीमारी से बचाव के लिए अभी तक अल्हागंज केंद्र से टीके लगाने का काम शुरू नहीं किया गया। जबकि टीके अप्रैल माह से लगने शुरू होने थे। आलम यह है कि कहने को तो नगर मे पशु चिकित्सा केंद्र है लेकिन सुविधाएं और कार्य जीरो है टीके न लगने से जानवर मर रहे है अधिकारी खामौश है।
कस्बे में संचालित यह विभाग जहां सुविधाओं का दंश झेल रहा है तो वहीं पर्याप्त मात्रा में दवाएं भी उपलब्ध नहीं करा पा रहा हैं। यहां तैनात कर्मचारी अपनी जैबे भरने मे लगे रहते है और क्षेत्र मे जाकर प्राईवेट कमाई कर रहे है। बरसात के दौरान जानवरों में होनी वाली जानलेवा बीमारी गला घोंटू व लंगड़ा बुखार का टीका अस्पताल से जानवरों को नही लगाया जा रहा है। बरसात खत्म होने को कुछ ही दिन शेष रह गए हैं, लेकिन टीके न लगने से जानवरों पर संकट मंडरा रहा है। कस्बे एक भैस पालक की अचानक भैस खत्म हो गयी महगी भैस होने के कारण सभी परेशान है। पशु पालक फैयाज ने बताया वह कई बार पशु चिकित्सा केंद्र गये पर वह कोई व्यवस्था न होने कारण बापस लोटना पडा टीका न लगने से ही भैस की मोत हो गयी।