- अल्हागंज-20 अगस्त 2023। शादियों का सीज़न शुरू होने बाला है। सहालग के मुहूर्त निकलने बाले हैं। लेकिन गरीब व्यक्ति के लिए आज के दौर में शादी करना किसी बड़ी मुसीबत से कम नहीं है। बाग खत्म हो चुके हैं स्कूलो मे शादियों पर रौक लगी हुई है गरीब के लिए गेस्ट हाउस करना मुश्किल है। ऐसे में नगर पंचायत ने वार्ड में रहने वाले गरीब लोगों के लिए अधुई -पछौआ वार्ड की सीमा पर बरात घर के लिए लाखों रुपए खर्च कर बारात घर का निर्माण शुरू किया था वह धीरे धीरे खंडहर में तब्दील जैसा लगने लगा हैं। कोई भी जिम्मेदार इस और सुध लेने वाला नहीं है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार चार वर्ष पूर्व नगर पंचायत द्वारा गरीब बहन बेटियों की शादी के लिए कस्बे के पछौआ-अधुई वार्ड की सीमा पर बारात घर की नींव रखी गयी थी बारात घर के लिए लाखों रूपये का टेंडर पास किया था। ठेकेदार द्वारा उसे शीघ्रता से तैयार कराने के लिए उसमे घटिया क्वालिटी का सीमेंट सरिया इस्तेमाल की गयी थी। इसके बावजूद चार साल मे भी चालू नही कराया जा सका अधर मे लटके बारात घर का प्लास्टर छुटने लगा है ईटे भी दिखाई देने लगी है। तीन सूट की पडी सरिया भी टूटने लगी है। पर उसे अभी भी चालू नही किया गया जबकि अधुई वार्ड मे तालाब के सौदर्यीकरण के लिए काम शुरू हो गया है जबकि जनता को तालाब से जादा बारात घर की आवश्यकता है। वार्ड पछौआ अधुई के हज़ारों लोग इस बारात घर के भरोसे थे। नगर पंचायत ने इस बारात घर को इस उम्मीद के साथ बनवाना शुरू किया था कि गरीब परिवार के लोग भी अपनी बहन और बेटी की शादी बारात घर में सुकून के साथ कर सकेंगे। बारातघर आधा अधूरा बनकर तो तैयार हुआ लेकिन अफसरों की लापरवाही के चलते खंडहर में तब्दील हो होता जा रहा है। अधूरा बारात घर किसी भी तरह उपयोग में नहीं आ रहा है। मजबूरीवश वार्ड वासियो को अपने घर की शादी जूनियर हाई स्कूल में करनी पड़ती है। क्योंकि बाग खत्म हो चुके हैं और कोई जगह बची नहीं है। जहां पर शादियां की जा सके और गरीबो की हैसियत इतनी नहीं है कि वह बड़े-बड़े गेस्ट हाउस को किराए पर लेकर वहां पर शादियां करें। वार्डवासियों को सबसे ज्यादा बारात घर की आवश्यकता थी जो धीरे धीरे खडहर बनता जा रहा है। कोई भी उसकी सुध लेने बाला नही है।