- शाहजहांपुर। अभी नगर निगम, नगर पालिका औऱ नगर पंचायत की तारीखें 20 नवंबर तक घोषित होने के आसार थे, लेकिन अभी तक मतदाता सूची को हर जगह अंतिम रूप नहीं दिया जा सका है। सभी नगर निकायों में आरक्षण की तस्वीर भी अभी तक साफ नहीं हो सकी है। ऐसे में राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से नवंबर के आखिरी में ही निकाय चुनाव की तारीखों (municipal election dates) की घोषणा हो सकती है. उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र की घोषणा होने के कारण भी इसमें देरी हो सकती है, क्योंकि विधानमंडल सत्र के दौरान विधायक और अन्य नेता लखनऊ में ही रहेंगे। ऐसे मे इंतजार कर रहे प्रत्याशी बैनर और पोस्टर लगवाने मे उलझ कर रहे गये है। नगर व ग्रामीण क्षेत्र बैनर और पोस्टरो से पटा पडा है। वोट मागने मे गिरावट आ गयी है।
पिछली बार अक्टूबर में हुआ था ऐलान
नगर निकाय चुनाव 2017 की बात करें तो निर्वाचन आयोग उत्तर प्रदेश ने 27 अक्टूबर को चुनाव की तारीखों की घोषणा की थी। नवंबर में तीन चरणों में वोटिंग कराई गई थी और दिसंबर के पहले हफ्ते में मतगणना भी हो गई थी। लेकिन इस बार अधिसूचना नहीं जारी हुई है। हालांकि यूपी में 17 नगर निगम, 200 से ज्यादा नगर पालिका और 517 नगर पंचायत चुनाव की प्रक्रिया 5 जनवरी 2022 से पहले पूरी होनी है।
होर्डिंग, बैनर-पोस्टर वार तेज
इसको लेकर सभी राजनीतिक दल पूरी ताकत झोंक रहे हैं। लेकिन चुनाव तारीखों का ऐलान न होने से उनके लिए कार्यकर्ताओं का जोशोखरोश कायम रखना मुश्किल हो रहा है। टिकट के दावेदारों के होर्डिंग, पोस्टर और बैनर सड़कों पर लहरा रहे हैं। बीजेपी, सपा ,निर्दलीय के चुनाव बैठको में गहमागहमी भी बढ़ गई है, लेकिन न चुनावी घोषणा हो रही है और न इस कारण टिकट फाइनल हो पा रहा है।
इस बार चुनाव की अधिसूचना का भी बेसब्री से इंतजार हो रहा है। पहले 15 से 20 नवंबर 2022 के मध्य अधिसूचना जारी होने के आसार थे। लेकिन अब उत्तर प्रदेश में मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव, रामपुर विधानसभा उपचुनाव और खतौली विधानसभा उपचुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है। उपचुनाव की नामांकन प्रक्रिया 17 नवंबर तक है। 5 दिसंबर को वोटिंग होनी है औऱ 8 दिसंबर को काउंटिंग.ऐसे में तारीख आगे खिसकने की संभावना दिख रही है।
उपचुनाव के ऐलान से कार्यक्रम आगे खिसका
सूत्रों का कहना है कि नवंबर के आखिरी हफ्ते में अब राज्य निर्वाचन आयोग नगर निकाय चुनाव कार्यक्रम की घोषणा कर सकता है। इस लिहाज से नगर निकाय चुनाव की नामांकन प्रक्रिया बाईपोल के बाद भी जारी रहेगी। चुनाव संपन्न कराने के लिए पर्याप्त पुलिस बल भी मुहैया कराने की चुनौती होगी। आयोग का प्रयास होगा कि चुनाव प्रक्रिया को दिसंबर अंत तक न घसीटा जाए, क्योंकि दिसंबर-जनवरी के अंत में हॉलीडे सीजन शुरू होता है. साथ ही तब भयंकर सर्दी भी मतदाताओं के उत्साह पर पानी फेर सकती है।
निकाय की समयसीमा पांच जनवरी तक
यूपी में 2017 में नगर निकाय चुनाव में 16 नगर निगम, 198 नगर पालिका परिषद और 438 नगर पंचायत में हुए थे। इनका समय 5 जनवरी 2023 तक है। अगले निकाय चुनाव की प्रक्रिया इससे पहले ही संपन्न करानी होगी, अन्यथा नगर निकाय के संचालन के लिए प्रशासकों को जिम्मेदारी सौंपनी होगी।
आरक्षण की तस्वीर साफ नहीं
नगर निकाय चुनाव में आरक्षण प्रक्रिया अभी तक पूरी नहीं हो पाई है. नवंबर मध्य में ही नगर निगम, नगर पालिका और नगर पंचायत का वार्डवार आरक्षण और मेयर और नगर पालिका, नगर पंचायत अध्यक्ष पद के लिए आरक्षण की घोषणा होनी थी। लेकिन कौन सी सीट सामान्य, ओबीसी, एससी-एसटी या महिला के लिए आरक्षित होगी, इसकी तस्वीर अभी तक साफ नहीं हो पाई है। वही कुछ प्रत्याशी खामौश रहककर अंदर ही अंदर अपने वोटरो को एक जुट करने मे लगे है