- अल्हागंज- 1 नवंबर 2020 (अमित वाजपेयी). अल्हागंज में अभी तक हुए नगर पंचायत चुनाव में ज्यादातर भाजपा के ही चेयरमैन जीतते आए हैं। इसलिए यह सीट परंपरागत भाजपा की सीट कही जाती है। आजादी के बाद नगर पंचायत का चुनाव 1989 में पहली बार हुआ था जिसमें स्वर्गीय प्रयाग नारायण गुप्ता निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चेयरमैन बने थे।
वर्ष 1995 में इन्होंने BJP के प्रत्याशी के रूप में चुनाव जीता था। वर्ष 2000 में हुए चुनाव में स्वर्गीय श्री गुप्ता की पुत्रवधू चंद्रेश गुप्ता ने बीजेपी के चुनाव चिन्ह पर ही जीत हासिल की थी। वर्ष 2006 में श्री गुप्ता के पुत्र अनिल गुप्ता BJP के चुनाव चिन्ह पर ही चुनाव लड़े थे, जिसमें सपा के प्रत्याशी सगीर अहमद से चुनाव हार गए थे। वर्ष 2012 में हुए चुनाव में चंद्रेश गुप्ता ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़कर सपा प्रत्याशी सगीर अहमद को हराया था। इस प्रकार अल्लाहगंज नगर पंचायत चेयरमैन पद पर BJP के प्रत्याशियों का ही कब्जा रहा है। 2017 में चेयरमैन पद पिछड़ा वर्ग आरक्षित घोषित हो जाने से बीजेपी ने राजेश वर्मा उर्फ बेचेलाल को अपना प्रत्याशी घोषित किया था। जिन्होंने भाजपा के ही तीन विद्रोही निर्दलीय प्रत्याशियों का सामना कर जीत हासिल की थी। इस बार 2022 मे फिर स्नेहा गुप्ता ने भाजपा से टिकट की मांग की है क्योंकि स्नेहा गुप्ता का परिवार हमेशा BJP से ही जुड़ा रहा है। इनके जेष्ठ ससुर स्वर्गीय विनोद कुमार गुप्ता शाहजहांपुर जनपद से BJP के युवा मोर्चा के अध्यक्ष बने थे। स्वर्गीय श्री गुप्ता प्रदेश के धन मंत्री सुरेश कुमार खन्ना के पुराने परम मित्र थे। पिछली बार टिकट इनको नही मिली फिर भी इन्होंने निर्दलीय चुनाव लड दूसरा स्थान प्राप्त किया था। प्राप्त जानकारी के अनुसार इस बार वह पिछड़ा वर्ग आरक्षित सीट पर भाजपा से चुनाव लडेगी। वही वर्तमान चेयरमैन राजेश वर्मा भी भाजपा से चुनाव लडने को तैयार है इस बार परसीमन होने से उनका वोट बैंक भी अधिक हो गया है। वही पूर्व चेयरमैन चंद्रेश गुप्ता इस बार स्वयं मैदान मे भाजपा से टिकट मांग कर उतरी है । जिससे उनके कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर है। परसीमन होने के बाद गांव के प्रधान समर्थक इबरार खां उर्फ पप्पू भी इस बार नगर पंचायत मे दावा ठोका है सपा से टिकट मांग रहे पप्पू के भी समर्थक उनको जिताने के लिए जी जान से लगे हुए है। इस बार नये प्रत्याशियों में गरीबों की मदद करने बाले शिवकिशोर प्रजापति भी मैदान मे निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में उतरे है उनके समर्थक पेंशनर उनकी मदद जी जान से कर रहे है। इस बार बैसे तो तमाम प्रत्याशी मैदान मे उतर चुके है फिलहाल आने बाले समय मे मुकाबला चार प्रत्याशियों के बीच मे होगा ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है।