- शाहजहाँपुर। जिलाधिकारी उमेश प्रताप सिंह ने सोमवार को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कार्यालय में अनाधिकृत रूप से मौजूद रिटायर्ड कर्मचारी अली हसन को पटल पर मौजूद देखकर जिलाधिकारी ने कड़ी फटकार लगाते हुये चेतावनी दी कि कार्यालय कार्यो मे हस्तक्षेप करते पाये जाने पर विधिक कार्यवाही की जायेगी। उन्होने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को कड़े निर्देश दिये कि कार्यालय में तैनात कार्मिको के अतिरिक्त कोई अन्य व्यक्ति अनाधिकृत रूप से न रहे।
उन्होने यह निर्देश भी दिये कि सभी पटलो पर तैनात कार्मिकों के नाम व पद नाम भी अंकित कराये जायें। कार्यालय में व्याप्त गंदगी एवं अव्यवस्था को देख कर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुये उन्होंने कहा कि सभी दस्तावेजों का रखरखाव ठीक कराया जाये तथा शासनादेश की व्यवस्था के अनुसार निष्प्रयोज्य रिकार्ड एवं वस्तुओं को तत्काल नियमानुसार वीड आउट कराया जाये। निरीक्षण के दौरान उन्होंने निर्देश दिये कि सभी रिकार्डो को व्यवस्थित करते हुये 03 दिन के भीतर आख्या उपलब्ध करायी जाये। साथ ही उन्होने पुरानी अलमारियों की पेन्टिंग एवं साफ-सफाई कराने का कार्य एवं रिकार्ड को खराब होने से बचाने के लिये आवश्यक प्रबन्ध सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। पुराने रिकार्ड में फिनायल की गोलियां डलवाये जाने हेतु भी निर्देशित किया। कार्यालय की सफाई सुनिश्चित करने के विशेष निर्देश दिये। आधार सीडिंग के डाटा कलेक्शन एवं ड्रेस की राशि वितरण में लापरवाही पर सामुदायिक सहभागिता के जिला समन्वयक निशांत सिंह का स्पष्टीकरण तलब करने हेतु निर्देशित किया। अलमारियों पर रखी फाईलों पर अत्याधिक धूल जमा होने पर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी सुदंर लाल को कड़ी फटकार लगाते हुये कार्य में सुधार करने हेतु सख्त निर्देश दिये। उन्होंने कस्तूरबा गांधी विद्यालयों में व्यवस्थाओं के सम्बन्ध में जिला समन्वयक से आख्या तलब की। वित्त एवं लेखाधिकारी कार्यालय के निरीक्षण के दौरान विभिन्न पटलों के साथ रिकार्ड रूम का भी निरीक्षण किया। उन्होने सीढ़ियों पर गंदगी देख कर कड़ी नाराजगी व्यक्त की एवं चेतावनी देते हुये कहा कि सफाई व्यवस्था दुरूस्त रखी जाये। उन्होने कहा कि सभी कर्मचारी एवं अधिकारी समय से कार्यालय मे उपस्थित हो। जिलाधिकारी ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देशित करते हुये कहा कि बच्चो की दी जाने वाली शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करें, नियमित रूप से विद्यालयों का निरीक्षण करें तथा अनुपस्थित पाये जाने वाले शिक्षकों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही की जाये।