--उ.प्र. उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल ने वित्त मंत्री को सम्बोधित ज्ञापन एडीएम को सौंपा
- शाहजहांपुर। खाद्यय चीजों दूध दही, आटा चावल पर लगाई गई जीएसटी के विरोध में उ.प्र. उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल ने विरोध प्रदर्शन करते हुए वित्त मंत्री को सम्बोधित ज्ञापन एडीएम रामसेवक द्विवेदी को सौंपा। शुक्रवार को उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के बैनर तले दर्जनों व्यापारियों ने प्रदर्शन करने के बाद केंद्र की वित्त मंत्री को संबोधित सात सूत्रीय ज्ञापन एडीएम राम सेवक द्विवेदी को सौंपा।
इस दौरान व्यापार मंडल द्वारा जिला प्रशासन को दिए गए ज्ञापन में मांग की गई है कि केंद्र सरकार द्वारा गरीब तबके के लोगों के इस्तेमाल में आने वाली रोजमर्रा की वस्तुएं जैसे कि आटा, चावल, दूध, दही, मैदा, बेसन, पेपर, पेंसिल, एलईडी लाइट इत्यादि वस्तुओं पर जो जीएसटी लागू की गई है वह सरासर गलत है। इसलिए केंद्र की वित्त मंत्री को इन चीजों पर लागू की गई जीएसटी को वापस लेना चाहिए। ज्ञापन देने के दौरान व्यापारियों ने कहा कि आजादी के बाद से आज तक 75 वर्षों में खाद्य पदार्थों पर पहली बार जीएसटी को लागू किया गया है। उन्होंने कहा कि पैकिंग में बिकने वाला आटा चावल दूध दही और मैदा इत्यादि वस्तुएं महंगी हो गई है। जिससे यह चीजें गरीबों की पहुंच से दूर होती चली जा रही हैं। गरीबों के लिए रोजमर्रा की चीजों पर केंद्र सरकार द्वारा जीएसटी लागू करने के बाद बढ़ती महंगाई के विरोध में व्यापार मंडल के दर्जनों व्यापारियों ने कलेक्ट्रेट में पहुंचकर प्रदर्शन किया और जीएसटी के विरोध में एक ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा। प्रदर्शन कर ज्ञापन देने बालों में विनीत अवस्थी, अमित शर्मा, सचिन बाथम , सुरेन्द्र सेठ, नारायण दास अग्रवाल, ओवैस खां, सरताज खाँ , राजेश खन्ना, अंकित गुप्ता, अखिल कुमार, मयंक गुप्ता, पंकज, निखिल गुप्ता, मनीष शुक्ला आदि दर्जनों व्यापारी मौजूद रहे।