--शिव पुराण कथा रूद्राभिषेक में कथाव्यास ने बेटी बचाओं बेटी पढाओ का दिया संदेश
- शाहजहाॅपुर। आदर्श दिव्यांग कल्याण संस्थान द्वारा आयोजित श्रीशिव महापुराण व रूद्राभिषेक कथा ज्ञान यज्ञ समारोह में कथा व्यास प्रशांत प्रभु ने मातृ शक्ति की महत्ता पर प्रवचन दिया कहा जब भी धरा पर कष्ट आया, मातृ शक्ति ने मानव जाति का कल्याण किया। शुभं निशुंभ का वध करने के लिए आदिशक्ति दुर्गा को अवतरित होना पडा।
खिरनी वाग में आयोजित कथा में प्रशांत प्रभु ने बेटी बचाओं बेटी पढाओं का संदेश देते हुए कहा कि प्रकृति ने बेटी के रूप में अनुपम बरदान दिया है। महाराजा जनक ने बेटी की प्राप्ति के लिए हल चलाया और उन्हें माता सीता के पिता का गौरव मिला। महाराजा हिमांचल ने बेटी के लिए घोर तप किया और घर पार्वती अवतरित हुई। कथाव्यास ने झांसी की रानी समेत भौतिक जगत की महान नारियों का उदाहरण देते हुए भ्रूण हत्या रोकने और बेटी के संरक्षण संवर्धन तथा शिक्ष़्ाण का संदेश दिया। कथाव्यास ने कहा कि सनातन धर्म में बेटियों को आदि काल से ही महत्ता मिली है। बेटियां बेटों की तरह ही घर का चिराग और उत्कृष्ट इंसान है। जननी के साथ मानव आस्तित्व का प्रतीक है। कथा व्यास ने सती अनुसुइया सती सावित्री सती नर्मदा आदि का उदारण देते हुए नारी शक्ति का महत्व समझाया। उन्होने नारी शक्ति का प्रतीक नदियों का भी जिक्र किया और उनकी महत्ता बताई। उन्होने कहा बेटी घर परिवार और समाज में लक्ष्मी का प्रतीक है। जाहिर है जहाॅ उसका अपमान होता है, उसे सताया जाता है, वहां लक्ष्मी अर्थात समद्धि नही रहती है। आज भटकाव का सबसे बढा कारण यह है कि हम एम दूसरे पर विश्वास नही करते है विश्वास में कही न कही कमी आयी है। इसलिए जीवन में संशय बना रहता है। कथा मर्मज्ञ ने भक्तों का आहवान करते हुए कहा कि गंगा को स्वच्छ रखों उसे प्रदूषित मत करों। गाय को माता की दृष्टि से देखकर सेवा करों। इसी में जीवन का आनन्द है। इस अवसर पर आयोजन समिति के मुख्य आयोजन में हरीशरण बाजपेई, रामचन्द्र सिद्यल ल, उद्योगपति हरीओम मिश्रा, डाॅ. विजय पाठक, नीरज बाजपेई, अशोक कुमार गुप्ता, उद्योगपति मुनेश्वर सिंह, डाॅ. सत्यप्रकाश मिश्रा, दीपक शर्मा, दिनेश गुप्ता नरेन्द्र सक्सेना नन्द कुमार दीक्षित उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मण्डल के महानगर अध्यक्ष सचिन बाथम आदि का सहयोग रहा।