- शाहजहांपुर। एक मुस्लिम युवक ने स्वैच्छिक रूप से सनातन धर्म को अपना लिया। एक मुस्लिम युवा द्वारा हिंदू धर्म स्वैच्छिक रूप से स्वीकार किया गया। ब्राह्मणों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच मुस्लिम युवक को गंगा स्नान कराया। तथा हवन पूजन कर भगवा वस्त्र व तिलक लगातार और श्रीराम का फटका पहनाकर माला पहनाकर उसका स्वागत किया गया।
आचार्य पंडित विनीत शुक्ला द्वारा विधिवत सीताराम के मंदिर में मंत्रचार के साथ विधिवत पूजन कराया गया। हनुमान चालीसा का पाठ भी कराया गया तथा शपथ दिलाई गई अब सनातन धर्म के अलावा किसी धर्म को नहीं मानेंगे स्वयं जो भी शादी ब्याह आज के बाद बच्चे उत्पन्न होंगे उनका नाम भी सनातन धर्म के अनुसार ही रखेगा। संकल्प भी लिया संपूर्ण कार्यक्रम में विशेष रूप से राष्ट्रीय गौ रक्षक संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी पदम नाभ महाराज के समक्ष सारे कार्य संपन्न हुए। मुस्लिम युवक ने सनातन धर्म को अपनाकर अपने आप को गौरव का अनुभव किया पूर्व से कई वर्षों से लगातार हनुमान की सेवा कर रहा था। समस्त पूजन कार्य संपन्न होने के बाद हिंदू समाज को संबोधित करते हुए स्वामी पदम नाभ महाराज ने अपने संबोधन में कहा कि बदलते हुए भारत की यह तस्वीर है जो लोग मजबूरन दूसरे समुदायों में पड़े हुए थे वह पुनः घर वापसी करके अपने पूर्वजों की गलतियों को सुधारने का काम कर रहे हैं। विश्व हिंदू परिषद के जिला मंत्री राजेश अवस्थी एडवोकेट ने कहा कि सनातन धर्म सबसे बड़ा धर्म है पूर्व न तो कोई धर्म था ना कोई है जो भी है भारत ही नहीं अपितु पूरे विश्व में कहीं भी कोई धर्म नहीं था। समुदाय विशेष लोग झुंड बनाकर के रहते थे उसी क्रम में समुदाय के लोग रहते हैं। सनातन धर्म सबसे बड़ा धर्म है जो लोग इस्लाम धर्म से कट गए थे उनकी पुनः वापसी कराने के लिए संगठन लगातार तत्पर है। सभी को स्वैच्छिक रूप से सनातन धर्म में वापस लाने का काम किया जाएगा। बहुत से ऐसे विशेष समुदाय में लोग हैं जो सनातन धर्म अपनाना चाहते हैं। बहुत सी बहने जो मुस्लिम समाज में अपने आप को हीन भावना से देखती हैं और वह अपनी मर्जी से सनातन धर्म में वापसी कर हिंदू समाज के भाइयों के साथ विवाह रचा रही हैं। क्योंकि उन्हें पता है कि यहां पति पत्नी का संबंध सात जन्मों का संबंध कहा जाता है यहां कोई कांटेक्ट नहीं होता है ना ही मूता विवाह होता है। इसलिए सभी मुस्लिम बहनों का हम सभी लोग स्वागत करते हैं। आएं और सनातन धर्म को अपनाएं जो पूर्वजों ने गलती की थी उसको सही करने का काम करें।