- शाहजहांपुर। बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष अमितेश द्विवेदी की अध्यक्षता में न्याय पीठ के अन्य सदस्य राम औतार त्रिपाठी, मुनीश सिंह परिहार (एड.) संध्या सक्सेना, प्रदत शक्तियां प्रथम श्रेणी न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारा जिला कारागार जाकर वहां पर निरुद्ध महिला बंदियों के संरक्षण तथा देखभाल में उनके साथ रह रहे पारिवारिक रूप से संरक्षण हीन 6 वर्ष तक के बच्चों के रहन-सहन, खान-पान तथा उनके मौलिक प्रारंभिक शिक्षा एवं स्वास्थ्य आदि की जानकारी प्राप्त की। निरीक्षण के समय रूबी गुप्ता सहायक अध्यपिका जिन्हें बेसिक शिक्षा परिषद विभाग द्वारा बच्चों के संरक्षण कार्य हेतु सम्बन्द्ध किया गया द्वारा एक कक्ष में 10 बच्चों को पढ़ाते हुए पाया गया।
बच्चों को कारागार की ओर से साफ एवं पर्याप्त संख्या में कपड़े उपलब्ध कराए जा रहे हैं बच्चों को समय पर पौष्टिक आहार एवं दूध आदि की व्यवस्था की जा रही है। बच्चों का टीकाकरण कराया जा रहा है तथा उनके कार्ड बने हुए पाए गए। कारागार में निरुद्ध गर्भवती महिलाओं का समय, समय पर स्वास्थ्य परीक्षण कराया जा रहा है तथा इस श्रेणी की महिला बंदियों को अतिरिक्त पोष्टिक आहार दिए जाने की व्यवस्था की जाती है। महिला बंदी अपने बच्चों के साथ जिस वार्ड में रखी गई हैं वह स्थान काफी साफ सुथरा एवं पूर्णरूपेण हवा व प्रकाश की दृष्टि से सुविधा अनुकूल है। महिला बंदियों को सिलाई, कढ़ाई जैसी दैनिक उपयोगी प्रशिक्षण दिया जा रहे हैं। महिला बंदियों के परिजनों से बात कराए जाने हेतु कारागार में पी.सी.ओ. की व्यवस्था कराई गई है। जिन्हें सप्ताह में अधिकतम 5 बार उनको अपने परिजनों से बात करने की सुविधा प्रदान की जाती है। महिला बंदियों में बच्चों की जरूरतों तथा उनको प्राप्त सुविधाओं की जानकारी प्राप्त करने पर बताया गया कि कारागार की ओर से बच्चों की हर आवश्यक जरूरतों को पूर्ण किया जा रहा है।निरीक्षण के समय जिला कारागार के अधीक्षक वी.डी. पांडे, जेलर राजेश कुमार राय एवं डॉक्टर नरेंद्र पाल चिकित्सा अधिकारी उपस्थित रहे।