हर तरह की खरीदारी और नई शुरुआत के लिए अबूझ मुहूर्त 3 मई को रहेगा। इस दिन वैशाख शुक्ल पक्ष की तीज यानी अक्षय तृतीया पर्व मनाया जाएगा। स्नान, दान का ये पर्व मंगलवार को रोहिणी नक्षत्र में मनेगा। इस बार पांच ग्रहों की शुभ स्थिति और पांच राजयोग में ये महापर्व मनेगा। अक्षय तृतीया पर ऐसा पंच महायोग आज तक नहीं बना। इस दिन तिथि और नक्षत्र का संयोग 24 घंटे होने से खरीदारी, निवेश और लेन-देन के लिए पूरा दिन शुभ रहेगा।
पुरी के ज्योतिषाचार्य डॉ. गणेश मिश्र के मुताबिक इस बार अक्षय तृतीया पर सूर्य, चंद्रमा, शुक्र उच्च राशि में और गुरु, शनि अपनी ही राशि में रहेंगे। साथ ही केदार, शुभ कर्तरी, उभयचरी, विमल और सुमुख नाम के पांच राजयोग बनेंगे। इस दिन शोभन और मातंग नाम के दो शुभ योग और रहेंगे। इस तरह अक्षय तृतीया पर ग्रहों का महासंयोग पहली बार बन रहा है। जिससे इस दिन किए गए कामों से सुख और समृद्धि बढ़ेगी।
अक्षय तृतीया पर खरीदा सामान स्थायी समृद्धि का प्रतीक
अक्षय तृतीया पर खरीदी ज्वेलरी और सामान शाश्वत समृद्धि के प्रतीक है। इस दिन खरीदा और पहना गया सोना अखण्ड सौभाग्य का प्रतीक होता है। इस दिन शुरू किए किसी भी नए काम या किसी भी काम में लगाई पूंजी में लंबे समय तक फायदा होता है। माना जाता है कि इस दिन खरीदा सोना कभी खत्म नहीं होता, क्योंकि भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी खुद उसकी रक्षा करते हैं।